उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गोरखपुर के झुंगिया गेट के पास दलित के घर सहभोज के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे।इस दौरान उन्होंने कहा है कि वंशवाद, और परिवारवाद की राजनीति करने वाले सामाजिक न्याय के समर्थक नहीं हो सकते।भ्रष्टाचार जिनके जीन्स का हिस्सा हो,वे सामाजिक न्याय की लड़ाई नहीं लड़ सकते है।सामाजिक समरसता और न्याय की लड़ाई भाजपा ने लड़ी है।सामाजिक न्याय तो यह है कि शासन की योजनाओं का लाभ हर गरीब को मिले और हर तबके के लोगों को मिले,उनके साथ सामाजिक-आर्थिक भेदभाव न किया जाये और यही भाजपा का मूल मंत्र है।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस दलित बस्ती में सुशासन और विकास का संदेश देने और अस्पृश्यता की भावना को पूरी तरह समाप्त करने के संकल्प को पूरा करने के लिए आए हैं।समतामूलक समाज की स्थापना,भ्रष्टाचार मुक्त,अपराध मुक्त व्यवस्था यानी सुशासन का हिस्सा है।आगे उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले पांच वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी के मार्ग में लागू कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर गांव,हर गरीब,हर किसान, मजदूर, महिला, नौजवान तक बिना भेदभाव पहुंचाया है और आज उसी का परिणाम है कि प्रदेश में 45 लाख गरीबों को आवास मिले है और 2.61 करोड़ गरीबों के घरों में शौचालय बनाया गया है।किसी भी दलित बस्ती चले जाइए,यह सब दिखेगा।
इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार को देखे तो मात्र 18 हजार आवास उन्होंने पांच साल में दिया था और गरीबों के मकान पर कब्जा,जमीनों पर कब्जा होता था।अगर यही सामाजिक समरसता है,तो उसका मैं विरोध करता हूं।कोरोना महामारी के समय लोगों को मुफ्त डबल राशन दिया जा रहा है,यह डबल इंजन सरकार की और से राहत का डबल डोज है।यह सब सामाजिक न्याय का ही हिस्सा है।