सांसद मुहम्मद नजीब हारून ने 2019 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने का 98 लाख रुपये का टैक्स भरा था। बता दे की फेडरल बोर्ड आफ रेवेन्यू ने सांसद द्वारा जमा कराए गए टैक्स का ब्योरा सोमवार को जारी किया। उनकी ही पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के कराची से सांसद मुहम्मद नजीब हारून ने 1.4 करोड़ रुपये आयकर का भुगतान किया है।
इसके अलावा उक्त वित्त वर्ष के लिए नेता प्रतिपक्ष एवं पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख शहबाज शरीफ ने 82 लाख रुपये टैक्स भरा। वही पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो-जरदारी ने 5.30 लाख रुपये टैक्स के रूप में भुगतान किया। पूर्व राष्ट्रपति और पीपीपी के सह चेयरमैन आसिफ अली जरदारी ने 22 लाख रुपये कर का भुगतान किया है। वर्ष 2019 के लिए जारी एफबीआर के आंकड़ों के अनुसार बैंकर वित्त मंत्री शौकत तरीन, ने 2.66 करोड़ रुपये टैक्स दिया है। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने 49 लाख रुपये का कर भरा है।
बता दे की पाकिस्तान के इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख सिराजुल हक ने देश के प्रधानमंत्री इमरान खान से इस्तीफा देने की मांग की है। सिराजुल हक ने कहा है कि देश में हर जगह माफिया मौजूद है और 2022 सत्ताधारी सरकार के लिए अंतिम वर्ष होगा। हक ने पाकिस्तान और पड़ोसी इस्लामिक देशों के लिए एकीकृत आर्थिक बाजार का आह्वान कर कहा कि इस्लामिक विश्व का एकीकृत पाठ्यक्रम होना चाहिए और संयुक्त रक्षा बल भी होना चाहिए।
पाकिस्तान में सातवें आसमाान पर पहुंची महंगाई के चलते लोगों को अपने रोजमर्रा के खर्चों को करने में भी काफी परेशानी हो रही है। आलम ये है कि देश में सभी जरूरी चीजें जैसे खाने-पीने के सामान की कीमत काफी बढ़ गई है। पीबीएस द्वारा 1 जनवरी 2022 को जारी किये गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा समय में देश में महंगाई की दर 11.5 फीसद से बढ़कर 12.3 हो गई है जो बीते 21 माह में सबसे अधिक है।