दरभंगा जिला के कुल 211 पंचायत बाढ़ से प्रभावित है, जिसमें से 177 पंचायत में पूर्ण एवं 34 पंचायत में आंशिक प्रभाव है। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रावधानानुसार बाढ़ पीड़ित परिवारों को प्रति परिवार 06-06 हजार रुपये नगद सहायता राशि का भुगतान किया जा रहा है। प्राप्त सूचनानुसार जिला के 02 लाख 26 हजार बाढ़ पीड़ित परिवारों को नगद सहायता राशि उनके बैंक खाते में भेज दि गई है। यह राशि कुल 135 करोड़ 60 लाख रूपया है।
वहीं छूटे हुए बाढ़ पीड़ित परिवारों के सर्वेक्षण कार्य तेजी से किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारियों को छूटे हुए बाढ़ प्रभावित परिवारों के सर्वेक्षण कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि पी.एफ.एम.एस. सिस्टम से रिजेक्टेड डाटा का प्रोपर टीम बनाकर सत्यापन कराई जाये।
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए इस कार्य का डेली अनुश्रवण किया जा रहा है। इसलिए इस कार्य को लंबे समय तक नहीं ले जाया जा सकता है। उन्होंने सभी अंचलाधिकारियों को एक सप्ताह के अंदर छूटे हुए सभी बाढ़ पीड़ित परिवारों के सर्वेक्षण सूची आपदा प्रबंधन विभाग के संपूर्ति पोर्टल पर अपलोड करके भुगतान हेतु लॉक करने का कड़ा निर्देश दिया।
सामुदायिक रसोई में 01 लाख 10 हजार लोगों को खाना खिलाया गया।
*दरभंगा जिला के बाढ़ प्रभावित गाँव/टोले के लोगों को सामुदायिक रसोई के माध्यम से खाना खिलाने का कार्य लगातार जारी है। आज जिला के 15 प्रखण्ड क्षेत्रों में कुल 310 स्थलों पर सामुदायिक रसोई चलाकर कुल 1,10,516 लोगों को खाना खिलाया गया है।
जिला समन्वयक, ने बताया है कि आज सबसे अधिक हनुमाननगर प्रखण्ड में 86 स्थलों पर सामुदायिक रसोई का संचालन किया गया जहाँ 39,715 लोगों ने खाना खाया। वहीं सिंहवाड़ा प्रखण्ड क्षेत्र में 66 स्थलों पर सामुदायिक रसोई चलाकर 15,808 लोगों को खाना खिलाये जाने की सूचना है। वहीं बहादुरपुर प्रखण्ड में 32, सदर प्रखण्ड दरभंगा में 29, किरतपुर प्रखण्ड में 26, कुशेश्वरस्थान प्रखण्ड में 21, घनश्यामपुर में 18, कुशेश्वरस्थान पूर्वी में 10, अलीनगर प्रखण्ड में 06, हायाघाट प्रखण्ड एवं जाले प्रखण्ड में 04-04, मनीगाछी प्रखण्ड एवं गौड़ाबौराम प्रखण्ड में 03-03, केवटी प्रखण्ड एवं दरभंगा नगर क्षेत्र में 01-01 स्थल पर सामुदायिक रसोई चलाये जाने की सूचना प्राप्त हुई है।
इसमें मध्य विद्यालय, चिगरि, उत्क्रमित मध्य विद्यालय, नरसारा, प्राथमिक विद्यालय, लरेच, कुशेश्वरस्थान, गोडियारी वार्ड नम्बर – 09, मध्य विद्यालय, तरलाही, मध्य विद्यालय, मुकुन्द्र, प्राथमिक विद्यालय, अरैला (उर्दू), प्राथमिक विद्यालय, नवटोल/शोभेपट्टी, प्राथमिक विद्यालय, बघांत, मध्य विद्यालय बसंत, बुनियादी विद्यालय, रूपौली, मध्य विद्यालय, लाल शाहपुर/सिमरा, प्राथमिक विद्यालय, कजिना, मध्य विद्यालय, तरौनी, मध्य विद्यालय, शोभन, प्राथमिक विद्यालय, एकमी/बल्लोपुर सहित अन्य सैकड़ों स्थल शामिल है जहाँ सामुदायिक रसोई चलाकर बाढ़ पीड़ित लोगों को पका हुआ खाना दोनों वक्त खिलाया जा रहा है।
सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल कैंप लगाकर बीमार लोगों को चिकित्सा सुविधा एवं दवाएँ उपलब्ध कराई जा रही है। इसमें मुसहरी टोल, निस्ताल, शोभन, गदैला/पटौरी, केवटी आदि स्थलों में चिकित्सा शिविर का आयोजन शामिल है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि एम्बुलेटरी टीम द्वारा पशु चिकित्सा शिविर आयोजित करके बीमार पशुओं की चिकित्सा एवं पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है। जिसमें बिरौल, रूपौली, गदैला, पटौरी, केवटी आदि स्थलों पर पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन शामिल है। उन्होंने बताया है कि आज सदर, गौड़बौराम, हनुमाननगर, कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखण्डों में पशुचारा का भी वितरण किया गया है।
आपदा प्रबंधन शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बाढ़ पीड़ित विस्थापित परिवारों के बीच 34,466 पोलीथीन शीट्स बाँटे जा चुके है और जरूरत मंद लोगों के बीच वितरण का कार्य सतत जारी है।
दरभंगा से- वरुण ठाकुर
https://www.youtube.com/watch?v=yxJ-t9rwjEc