बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान का दौर अब खत्म हो चुका है। मतदान के बाद अब सभी को 10 नवंबर को आने वाले नतीजों का इंतजार है। वहीं चुनाव खत्म होते ही महागठबंधन ने दावा किया कि उनकी सरकार प्रचंड बहुमत हासिल करेगी। और इसी के साथ बिहार में सरकार के साथ साथ यहां का सरोकार भी बदल जाएगा। और हमारी सरकार जनता से किए हर एक वादे पर खरा उतर कर दिखाएगी।
वहीं आरजेडी सांसद मनोज झा और कांग्रेस एमएलसी प्रेमचन्द्र के अलावा वाम दलों के कविता कृष्णन औऱ अरुण मिश्रा ने चुनाव खत्म होने के बाद शनिवार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें मनोज झा ने कहा कि ऐसा नैसर्गिक गठबंधन नहीं दिखा। यही छवि गांव तक गई है। यानी हमारी एकता जमीनी स्तर तक बनी रही। बदलाव के संकल्प को जनता ने हाथो-हाथ लिया। अब हर चुनाव में जनता हवाई मुद्दों से अलग अपनी रोजी-रोटी के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और खेती किसानी पर वोट करेगी।
वहीं मौजूद कांग्रेस के प्रेमचन्द मिश्रा ने बताया कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में महागठबंधन की ही सरकार बनने वाली है। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी चुनाव में विपक्ष ने मुद्दा सेट किया। हमने रोजगार को मुद्दा बनाया तो सत्ताधारी दलों को भी उसी पर आना पड़ा। जनता ने वोट भी उसी मुद्दे पर किया है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि पिछले चुनाव में भी जनता ने बीजेपी के खिलाफ वोट किया था, लेकिन नीतीश कुमार ने पिछले दरवाजे से उन्हें सत्ता में ला दिया।
वहीं वाम दलों के नेताओं का कहना है कि हम सब एक है और इसी एकता का हमें फायदा हुआ है। और इसी के साथ एनडीए की विदाई का शिलालेख लिखा जा चुका है। कविता कृष्णन ने कहा कि पोस्टरों से लग रहा था कि नरेन्द्र मोदी नीतीश कुमार को छोड़ना चाहते हैं और नीतीश कुमार उन्हें फ्रेम से लाने का प्रयास कर रहे हैं।