करीब 120 दिनों के बाद अब भारत- चीन सैन्य वार्ता शुरू होगी।
पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर 1 साल से ज्यादा वक्त से चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए आज भारत और चीन सेना के बीच कोर कमांडर स्तर की मीटिंग होगी। भारत और चीन को इस मीटिंग पर सहमत होने में लगभग 4 महीने लग गए। 9 अप्रैल को आखरी बार 11 वें दौर की बातचीत गतिरोध के बीच समाप्त हो गई थी। अब गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स पर सहमति बन सकती है।
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी पी एल ए की ओर से इसको लेकर पॉजिटिव संकेत मिले हैं ।मीटिंग चीन की तरफ से मॉडलों में होगी पीएलए की ओर से पॉजिटिव संकेत हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा को लेकर पी एल ए की ओर से कुछ सकारात्मक संकेत मिले हैं आज की मीटिंग में इसको लेकर आज कोई नतीजा निकलता है तो एलओसी पर तनाव कम होगा होगा| गोगरा हॉटस्प्रिंग को हल करना आसान भी है, क्योंकि यहां सैनिकों की संख्या काफी कम है। हॉटस्प्रिंग एरिया में पहले भी वार्ता में शुरू हुई थी ।लेकिन वह पूरा नहीं हो पाया इसके बाद दोनों तरफ की सेना की एक प्लाटून यानी करीब 30 सैनिक वहां तैनात हैं ।
इस मीटिंग में भी भारत की तरफ से अप्रैल 2020 से पहले वाली स्थिति बहाल करने की बात होगी ।हालांकि इतना आसान नहीं है ।
हॉट स्प्रिंग गोगरा से सैनिकों को हटाने से कर दिया था इंकार पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स गोगरा और देव संघ के संघर्ष वाले क्षेत्र में चीन ने सैनिकों को पीछे हटाने से इनकार कर दिया था। 11 वे दौर की सैन्य वार्ता में, वार्ता को लेकर गतिरोध बना रहा । हॉट स्प्रिंग्स कोबरा पोस्ट के इलाके में चीन तथा भारतीय सैनिक में अभी एक दूसरे के आमने सामने हैं। हालांकि इन इलाकों से कुछ सैनिकों की वापसी पिछले साल जुलाई में शुरू हुई थी। लेकिन यह काम अधूरा ही रह गया था। हॉट स्प्रिंग गोगरा-कोंगका झील इलाके में पेट्रोलिंग पॉइंट 15, 17 और 17 A पर दोनों सेनाएं आमने-सामने है । यह इलाका भारत और चीन दोनों के लिए काफी महत्वपूर्ण है ।चीनी सेना गोगरा हॉट स्प्रिंग वाला क्षेत्र से दूसरी जगहों पर तैनात अपने सैनिकों के लिए भारी मात्रा में रसद पहुंचाती है ।
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