भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का आज 95 वां जन्म दिवस है।आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 में मध्य प्रदेश के ग्वालियर के एक छोटे से गांव में हुआ था।देश की राजनीति में सक्रीय रहे अटल बिहारी वाजपेयी एक अच्छे नेता होने के साथ-साथ वे एक पत्रकार और कवि भी थे।वे कविता के जरिए हर बात को बेबाक अंदाज से कह देते थे।
बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी एक साधारण परिवार में जन्मे थे और उनके पिता का नाम कृष्ण बिहारी वाजपेयी था.जोकि पेशे से एक अध्यापक थे और साथ ही वे एक महान कवि भी थे।जिसके चलते अटल बिहारी वाजपेयी को कवित्व का गुण अपने पिता से विरासत में मिला था।उन्होंने राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर किया था।बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी छात्र जीवन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक बने और तभी से ही राष्ट्रीय स्तर की वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहे।तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया था।
आपको बता दें कि सन् 1957 में अटल बिहारी वाजपेयी को जनसंघ ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ, मथुरा और बलरामपुर से लड़ाया गया।लेकिन वे लखनऊ और मथुरा से चुनाव हार गए और बलरामपुर सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंचे।इसके अलावा अटल बिहारी वाजपेयी मोरारजी देसाई की सरकार में सन् 1977 से 1979 तक विदेश मन्त्री रहे और विदेशों में भारत की छवि बनायी।लेकिन बाद में सन् 1980 में अटल बिहारी वाजपेयी ने जनता पार्टी से नाखुश होकर भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की और 6 अप्रैल 1980 को भाजपा के अध्यक्ष बने।बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी दो बार राज्यसभा के लिये भी निर्वाचित हुए और इसके साथ ही 16 मई से 1 जून तक 1996 को प्रधानमंत्री के रूप में देश की बागडोर संभाली।
इस अवसर पर उन्हें देश के तमा बड़े नेताओं ने उनकी जयंती पर उन्हें नमन करते हुए याद किया है।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट के जरिये कहा है कि मां भारती का परम वैभव लौटाने को जीवन का ध्येय बनाकर अटल जी ने अपने अडिग सिद्धांतों व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा से देश में अंत्योदय व सुशासन की कल्पना को चरितार्थ कर भारतीय राजनीति को नयी दिशा दी।इसके अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अटल जी को याद किया है।