भोपाल- (प्रतिनिधि)। मध्यप्रदेश सभी शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में कैंप लगाकर बच्चों को टीका लगाया जाएगा। इसके लिए स्कूली शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने केंद्र को प्रस्ताव भेजा है। उनका तर्क है कि घर-घर जाकर बच्चों को ढूंढना मुश्किल होगा, बल्कि स्कूलों में कैंप लगाकर टीके लगाए जाएंगे।
मध्यप्रदेश के सभी शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में कैंप लगाकर बच्चों को टीका लगाए जाएंगे
मंत्री ने प्रस्ताव में मांग की है कि 15 वर्ष से 18 वर्ष तक के बच्चों को स्कूल में ही कोरोना का टीका लगाया जाएगा। इसके लिए 03 जनवरी 2022 से स्कूलों में कैंप लगाने के लिए कहा है।
इस संबंध में कल सोमवार को मंत्री इंदरसिंह परमार ने कहा कि जो जिस स्कूल में बच्चे पढ़ते हैं। उसे वहीं टीका लगाया जाएगा। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग को तैयारी करने के निर्देश दे दिए हैं। स्कूल प्राचार्यों से अपने-अपने स्कूलों से तीन दिन के अंदर बच्चों की संख्या मांगी गई है।
ताकि कैंप लगाया जा सके। मंत्री इंदरसिंह परमार ने कहा कि हमने शिक्षकों के लिए भी स्कूल में कैंप लगाकर टीकाकरण कराया तो बच्चों के लिए कैंप लगाए जाएंगे।
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उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल में बच्चे आसानी से मिल जाएंगे। अगर बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं तो उनके अभिभावकों से शिक्षक संपर्क करें और उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। कि 15 वर्ष से 18 वर्ष के बच्चे कक्षा 9वीं से 12वीं कक्षा तक में अध्ययनरत होंगे।
प्रदेश में 9वीं से 12वीं तक के मध्यप्रदेश बोर्ड के सरकारी, निजी व सीबीएसई स्कूलों में करीब 40 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
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मंत्री इंदरसिंह परमार ने कहा कि शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में कैंप लगाएं। प्राचार्यों को बच्चों की गिनती करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही कैंप के दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन संबंधी निर्देश भी दिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग को बच्चों की सूची सौंपी जाएगी। उनके लिए टीका उपलब्ध कराया जा सके।