कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता के दौरान मोदी सरकार पर सीधा हमला बोला।बता दें कि राहुल गांधी ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध के बीच जान गंवाने वाले किसानों तथा कोरोना के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के वजूद को ही मानने को मना कर दिया गया।
परिजनों को मुआवजा देने से मना कर दिया गया।इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा में मैंने पूछा कि आंदोलन में कितने किसानों की जान गई तो केंद्र सरकार ने कहा कि इसका कोई रिकॉर्ड ही नहीं है।
सरकार को पता ही नहीं कि कितने किसानों की जान गई है।जब किसान मजदूर को पैसा देने की बात होती है,तो सरकार के पास पैसे की कमी हो जाती है,पर जब देश के दो चार पूंजीपतियों की बात आती है,तो सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं होती है।
राहुल गांधी
इसके अलावा राहुल गांधी ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने माना कि कृषि कानून गलत थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं माफ़ी मांग रहा हूं।आखिर माफ़ी इसीलिए मांगी कि कृषि कानून गलत थे।अब ये भी मानना पड़ेगा जो किसानों की जान गई उन्हें मुआवजा देना पड़ेगा।
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देश की सरकार के लिए ये बहुत बड़ी बात नहीं कि किसानों को आर्थिक रूप से मदद दे। मानवता के तौर पर ही इतना पैसा तो दिया ही जा सकता है, लेकिन नहीं दिया जा रहा है।नीयत ठीक नहीं है।
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इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा कि अहंकार है. सोचते हैं कि हम सत्ता में हैं तो किसी की सुनने की ज़रूरत नहीं। मानवीयता नहीं है।पीएम किसानों के परिवारों, बच्चों के बारे में सोचते तो तुरंत ये काम कर देते, लेकिन वो सिर्फ अपनी इमेज के बारे में सोच रहे हैं।
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इसलिए ऐसा नहीं हो रहा है।इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने मुआवजा दिया है।
हम नौकरी भी दे रहे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि किसानों को और अधिक मिलना चाहिए, और अब ये जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है।
केंद्र सरकार ये कर सकती है, लेकिन नहीं कर रही है।