Breaking News
Home / ताजा खबर / अन्ना हजारे का बड़ा बयान-‘लोकपाल होता तो रुक सकता था ‘राफेल घोटाला’, 30 जनवरी को फिर करूंगा भूख हड़ताल

अन्ना हजारे का बड़ा बयान-‘लोकपाल होता तो रुक सकता था ‘राफेल घोटाला’, 30 जनवरी को फिर करूंगा भूख हड़ताल

News Desk

दिल्ली में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने ‘राफेल घोटाले’ का जिक्र करते हुए कहा कि, अगर देश में लोकपाल होता तो ‘राफेल घोटाला’ रुक सकता था। इसके साथ ही उन्होंने राफेल डील पर अगले दो दिनों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की बात भी कही है। अन्ना ने भ्रष्टाचार विरोधी कानून को लागू करने और किसानों से जुड़ी मांगों को लेकर 30 जनवरी से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की घोषणा की। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद लोकपाल एवं लोकायुक्त अधिनियम, 2013 को लागू नहीं करने पर केन्द्र की निंदा भी की। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है, देश पर ‘तानाशाही’ की तरफ जाने का‘खतरा’ मंडरा रहा है।

बीते 8 साल में लोकपाल की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की यह तीसरी भूख हड़ताल होगी। वह सिविल सोसायटी सदस्यों तथा समूहों का नेतृत्व करते हुए अप्रैल 2011 में पहली बार दिल्ली के रामलीला मैदान में अनिश्चतकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे। हजारे ने मीडिया से कहा, अगर लोकपाल होता तो राफेल जैसा घोटाला नहीं हुआ होता। सबसे अहम बात यह सामने आई जब उन्होने कहा कि, मेरा पास राफेल से जुड़े कई कागजात हैं और मैं दो दिन इनका अध्ययन करने के बाद दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।

सूत्रों के मुताबिक अन्ना हजारे 30 जनवरी को एक बार फिर से भूख हड़ताल पर बैठेंगे, सभी सियासी दलों को आंदोलन से दूर रहने की भी हिदायत दी। अन्ना 30 जनवरी को अपने गांव रालेगण सिद्धि में भूख हड़ताल करेंगे और वह सरकार द्वारा मांगें पूरी होने तक इसे जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, अतीत में सरकार लिखित में कह चुकी है कि वह लोकपाल कानून पारित करेगी और किसानों को पेंशन तथा डेढ गुना अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य उपलब्ध कराएगी लेकिन कुछ नहीं हुआ। अन्ना बोले की अब मैं और झूठे आश्वासनों पर भरोसा नहीं करूंगा और जीवन रहने तक भूख हड़ताल जारी रखूंगा।’

जानकारी के लिए बता दें, पिछले साल मार्च में, हजारे तथा उनके समर्थकों ने लोकपाल कानून लागू करने की मांग को लेकर रामलीला मैदान में एक सप्ताह भूख हड़ताल की थी। हजारे ने कहा यह सरकार भी ऐसा ही कर रही है। यह कैसी सरकार है जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं करती। उन्होंने अपने समर्थकों से रालेगण सिद्धि के बजाय अपने अपने स्थानों पर भूख हड़ताल करने को कहा। राष्ट्रीय किसान महापंचायत ने हजारे को समर्थन दिया है और कहा है कि देशभर के किसान संगठन भूख हड़ताल में शामिल होंगे। इस हड़ताल में अन्ना के कई लोग साथ निभाने आएंगे।

About Ariba Naseem

https://news10india.com/

Check Also

बिहार में मुसलमानों की बदहाली पर PK का RJD पर बड़ा हमला

मुसलमान 32 साल से राजद को वोट दे रहा है, कोई राजद या तेजस्वी से …

Leave a Reply

Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com