Written By : Amisha Gupta
हाल ही में बिहार-यूपी बॉर्डर पर बलिया के पास एक बड़ी रेल दुर्घटना की साजिश नाकाम कर दी गई।
घटनास्थल पर लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस के सामने रेलवे ट्रैक पर पत्थर रखे गए थे, लेकिन चालक की सूझबूझ से हादसा टल गया। घटना तब हुई जब ट्रेन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी, और अचानक पत्थर देखकर चालक ने आपातकालीन ब्रेक लगाए। हालांकि ट्रेन का इंजन पत्थर से टकरा गया, परंतु सेफ्टी गार्ड की वजह से ट्रेन सुरक्षित रही।छपरा-गौतम स्थान खण्ड के अप लाइन में पेट्रोलिंग ड्यूटी करते हुए की-मैन ने रेल में क्रैक देखा। जिसके बाद सेफ्टी मानकों के अनुरूप बैनर फ्लैग लगाकर सम्बंधित सुपरवाइजर को सूचित किया गया। सूचना मिलते ही तत्काल सुपरवाइजर एवं अधिकारियों ने मौके पर पहुँच कर ट्रैक की सेफ्टी सुनिश्चित कर 09.08 बजे 13121 कोलकाता-गाज़ीपुर एक्सप्रेस को पास कराया गया।
सिर्फ बलिया ही नहीं, मीरजापुर में भी इसी प्रकार की घटना सामने आई, जहाँ ट्रैक पर एक अग्निशमन यंत्र रखा गया था।
इसे भी मालगाड़ी के चालक ने समय रहते देख लिया और ट्रेन रोक दी, जिससे संभावित दुर्घटना टल गई। इन दोनों घटनाओं से रेलवे की सुरक्षा पर सवाल खड़े हुए हैं और आरपीएफ समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं, ताकि दोषियों का पता लगाया जा सके।इस तरह की घटनाओं में वृद्धि के चलते रेलवे और सुरक्षा एजेंसियां इन क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं।