बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती का 15 जनवरी को जन्मदिन है। यह दिन यूपी की राजनीति के लिए बेहद खास माना जा रहा है। बीएसपी और एसपी के बीच हुए गठबंधन को लेकर बड़ा ऐलान होने के कयास लगाए जा रहे हैं। जी है आपको बता दे कि आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सपा और बसपा में हुए गठबंधन के बाद अब सबकी नजरे अब मायावती के जन्मदिन पर अटकी हुई है।
मयावती का जन्मदिन 15 जनवरी को है जिसपे सभी पार्टियो की नजरे है। हालाँकि अखिलेश और मायावती कितने सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, इसका तो ऐलान हो गया है लेकिन कौन सी पार्टी किस सीट पर चुनाव लड़ेगी, इस पर मुहर लगनी अभी बाकी है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जन्मदिन वाले दिन वह (मायावती) सीटों के बंटवारे का ऐलान कर सकती है।
मायावती ने गठबंधन के बाद कहा भी था की इस बात एलान जल्द हो जायगा। दोनों दल यूपी की 80 में से 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। वैसे भी मायावती का जन्मदिन हर साल ‘जन कल्याणकारी दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है। बीएसपी सुप्रीमो इस दिन लखनऊ में अपनी पुस्तक ‘मेरे संघर्षमय जीवन का सफरनामा’ का विमोचन करती हैं। मौका काफी खास बताया ज रहा है क्योकि जन्मदिन से पहले गठबंधन भी हो चूका है।
खबरों के अनुसार मायावती किसी भी चीज में कोई कमी नहीं चाहती। वह हर बात को को काफी सोच समझ के रख रही है, और इस बात का खास ध्यान रख रही है कि पार्टी में कोई भी भी कमजोर व्यक्ति न हो जिसकी वजह से पार्टी को नुकसान हो। सूत्रों के अनुसार, एसपी प्रमुख अखिलेश यादव और बीएसपी प्रमुख मायावती की संयुक्त रैलियों का कार्यक्रम भी तय हो चुका है। दोनों ही 18 रैलियां हर मंडल में करेंगे। इसके अलावा अलग से भी जनसभाएं ये नेता करेंगे। जन्मदिन पर इन चुनावी सभाओं के ऐलान की भी उम्मीद है।