उत्तराखंड के चमोली में हुए हादसे को लेकर रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। 7 फरवरी को ग्लेशियर टूटने के बाद हुई आपदा को लेकर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। आज रेस्क्यू टीमों ने 12 शव निकाले हैं। अब इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 50 हो गई है। वहीं चमोली प्रशासन की तरफ से जानकारी दी गई है कि अब तपोवन टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन और तेज किया जाएगा। हालांकि मौसम विभाग की तऱफ से दिए गए अलर्ट के मुताबिक 14 से 16 फरवरी के बीच पूरे इलाके में मौसम खराब रहने की संभावना है। इलाके में बारिश होने की संभावना रेस्क्यू टीम की परेशानी बढ़ती दिख रही है।
वहीं इस पूरे हादसे को लेकर उत्तरखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने जानकारी दी है कि तपोवन टनल में 7 फरवरी से रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चल रहा है। आज भी शव टनल से निकाले गए हैं। उत्तराखंड पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन कर रहे हैं।
वहीं डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि आपदा के बाद ऋषि गंगा के ऊपरी इलाके में तैयार हुई नई झील से फिलहाल कोई भी खतरा नहीं है। इस झील से पानी का लगातार रिसाव हो रहा है। इस झील के सामने आने से खतरे की आशंका गहरा गई थी जिसे लेकर भी अलर्ट जारी किया गया था। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने इस झील की जांच की थी।
इसके अलावा इस झील के किनारे वार्निंग ऑटोमेटिक अलार्म सिस्टम भी लगाया जाएगा। वार्निंग सिस्टम तब काम आएगा जब झील से कोई बड़ा खतरा बन रहा होगा। सिस्टम ऑटोमेटिक अलार्म देकर लोगों को अलर्ट करेगा। सिस्टम लगाए जाने तक पेंग गावं, रैणी और तपोवन में एसडीआरएफ की टीम तैनात रहेंगी और स्थिति की निगरानी करेंगी ताकि वक्त पड़ने पर लोगों को सचेत किया जा सके।