सेंट्रल डेस्क, फलक इक़बाल:- ‘ईयर ऑफ द पिग’ के साथ ही 5 फरवरी से हो जाएगी चाइनीज़ न्यू ईयर की भी शुरुआत, चाइनीज़ न्यू ईयर की शुरुआत 5 फरवरी से हो रही है और चीनी राशि चक्र के अनुसार, 2019 ईयर ऑफ द पिग भी है।
चीन में 5 फरवरी से शुरू होने वाला है ‘लूनर न्यू ईयर’। चीन में नए साल को वसंत उत्सव के नाम से भी जाना जाता है जो करीब एक महीने तक चलता है। चीनी नए साल की शुरुआत चांद पर बनाए गए कैलेंडर के पहले महीने की पहली तारीख से करते हैं। 15 दिनों तक चलने वाले इस नए साल का समापन लालटेन उत्सव के साथ होता है।
चीनी नए साल की पूरी जानकारी।
दरअसल, चीनी राशि चक्र के अनुसार हर साल एक जानवर से जुड़ा हुआ होता है। हर 12 साल में यह चक्र दोहराया जाता है। हर साल नए साल की तारीख अलग-अलग होती है। चीनी राशि चक्र के मुताबिक साल, 2019 ‘ईयर ऑफ द पिग’ है। पिछले साल इसे डॉग ईयर के रूप में मनाया गया था। अब इसके 12 सालों बाद यानी 2030 में डॉग वर्ष मनाया जाएगा। चीनी एस्ट्रोलॉजी के अनुसार हर किसी के जन्म के साल का प्रतिनिधित्व एक पशु करता है जो आपकी पर्सनैलिटी और लाइफ के बारे में काफी कुछ कहता है। इसी आधार पर चीन में 12 वर्षो को अलग-अलग पशुओं के संकेतों के रूप में मनाया जाता है। जैसे चूहा, बैल, बाघ, खरगोश, ड्रैगन, सांप, घो़ड़ा, बकरी, बंदर, मुर्गा, कुत्ता और सूअर इन सभी के नाम पर हर वर्ष को उत्सव के तौर पर मानते हैं । ये 12 पशु इसके लिए निर्धारित किए गए हैं। जानवरों को दो भागों में बांटा गया है यिन और यांग। उनके पंजे या पैर की उंगलियां ऑड हैं या ईवन, इसके आधार पर उन्हें किस वर्ग में रखा जाए ये तय किया जाता है।
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चीनी राशि चक्र की अनोखी कहानी
मना जाता है कि पुराने समय में जेड सम्राट ने आदेश दिया था कि जानवर कैलेंडर का हिस्सा बनेंगे और चयन के लिए सभी को 12 बजे से पहले आना होगा। और तब चूहे और बिल्ली अच्छे दोस्त हुआ करते थे। जब उन्होंने यह खबर सुनी तो उन्होंने इसमें जल्दी जाने का तय किया। बिल्ली ने कहा कि मैं देर से उठती हूं तो तुम सुबह मुझे जगा देना। चूहे ने भी इसके लिए हामी भर दी लेकिन सुबह वो बिल्ली को उठाना भूलकर अकेले ही चला गया। रास्ते में घोडा, बैल, खरगोश और भी दूसरे जानवर मिले जो चूहे से बहुत तेज भाग रहे थे। चूहे ने चालाकी दिखाते हुए बैल की पीठ पर बैठने का प्लान किया इस शर्त के साथ कि वो रास्ते में गाना सुनाएगा। दोनों पहले पहुंचे लेकिन चूहे ने पहले कूदकर बाजी मार ली और पहला भाग्यशाली जानवर बन गया। और बिल्ली तब से चूहे की दुश्मन बन गई क्योंकि उसके पहुंचने तक चयन खत्म हो चुका था।