पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के मुताबिक इस साल अब तक 8 कामयाब ऑपरेशन किए गए हैं। इनमें14 दहशतगर्दों का सफाया किया गया है। उन्होंने कहा की मारे गए आतंकियों में 7 पाकिस्तानी दहशतगर्द शामिल हैं। जिस तरह 2021 में बड़ी तादाद में दहशतगर्दों का सफाया किया गया। उसी तरह 2022 में भी जवान डटकर दहशतगर्दी का मुकाबला करते रहेंगे।
सुरक्षाबलों को आतंकियों के खिलाफ मिल रही इस सफलता का कारण लोगों के बीच से आ रहीं खुफियां सूचनाएं हैं। पुष्ट सूचनाओं के चलते सुरक्षाबलों को जबरदस्त सफलता मिली है। बता दे की हाल ही में आईजी कश्मीर विजय कुमार ने स्वीकार किया था कि मजबूत इनपुट के कारण आतंकियों को काफी नुकसान हुआ है। हमारे पास आने वाली सूचनाओं में 80 फीसदी मानवीय सूचनाएं हैं।
इस महीने कुलगाम में यह तीसरी मुठभेड़ है। बता दे की इससे पहले चार जनवरी को जिले के ओके इलाके में टीआरएफ के दो आतंकियों को मार गिराया गया था। वही नौ जनवरी को हसनपोरा गांव में रात भर चली मुठभेड़ में अल-बद्र के दो आतंकियों का सफाया किया गया था। बुधवार को तीसरी मुठभेड़ में जैश के एक आतंकी को ढेर करने में सफलता मिली है। इस प्रकार जिले में तीन मुठभेड़ों में पांच आतंकियों का सफाया करने में सफलता मिली है।
बुधवार की देर शाम कुलगाम जिले में शुरू हुई मुठभेड़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष ऑपरेशन ग्रुप का जम्मू निवासी जवान रोहित चिब शहीद हो गए। सुरक्षा बलों को जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तानी आतंकी बाबर को मार गिराया गया। इसके अलावा इस मुठभेड़ में सेना के तीन जवान और दो नागरिक भी जख्मी हुए हैं।
सुरक्षा बलों ने परिवान इलाके में दो से तीन आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर शाम लगभग आठ बजे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। बता दे की शुरूआती फायरिंग में एसओजी के जवान रोहित चिब गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उनकी मौत हो गई।