गुरुग्राम में खुले में नमाज़ पढ़ने को लेकर भड़के पूर्व राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब, उन्होंने कहा कि CM मनोहर लाल खट्टर द्वारा 37 जगहों की अनुमति को कैंसिल करना सही नहीं है. किसी को इबादत से रोकना जायज़ नहीं है. गुरुग्राम में मुस्लिम काउंसिल नमाज़ मामले मैं आये CM के बयान को कोर्ट में चुनौती देगा
पूर्व राज्यसभा सांसद ने कहा कि हमने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है. बीते 25 से 30 सालों में कितने मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों के लिए ज़मीन दी गयी है, लेकिन बीते 25 से 30 सालों में मस्जिदों के लिए 1 इंच जमीन नहीं दी गई. जब तक हमें नई जगहें अलॉट नहीं की जाती हैं, तब तक हमें सभी 37 चिन्हित जगहों पर नमाज पढ़ने की अनुमति दी जाए. हमारी शिकायतों पर जिला प्रशासन संज्ञान नहीं ले रहा है. गुरुग्राम पुलिस को भड़काऊ भाषणों की सीडी के साथ हमने शिकायत की थी कि कैसे खुले में नमाज़ मामले पर असामाजिक तत्व माहौल खराब करने की साजिश कर रहे हैं.
गुरुग्राम में खुले में नमाज़ पढ़ने को लेकर भड़के पूर्व राज्यसभा
37 जगहों की परमिशन रद्द कर दी गई
गुरुग्राम में खुले में नमाज़ के मामले में CM मनोहरलाल खट्टर के बयान के बाद अब पूर्व राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब ने पलटवार किया है. मोहम्मद अदीब ने की माने तो हम सभी 37 चिन्हित जगहों पर जिला प्रशासन की अनुमति से नमाज़ पढ़ते और इबादत करते आ रहे थे, लेकिन हमारी चिन्हित जगहों की परमिशन रद्द कर दी, हमें कहा गया कि नए सिरे से बातचीत कर समाधान निकाला जाएगा.
पूर्व राज्यसभा सांसद की माने तो हमने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंप यह रिक्वेस्ट की है, कि जब तक नई जगहों का चुनाव नही हो जाता, तब तक हमे सभी 37 जगहों पर नमाज पढ़ने की इजाजत दे दी जाए.
हमारे अधिकारों का किया जा रहा है हनन
पूर्व राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब ने कहा कि अगर हमारी बात नहीं मानी जाती तो हम मामले को लेकर कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं कि सरकार और जिला प्रशासन स्थिति को स्पष्ट करें. बीते 25 से 30 सालों में कितने मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों के लिए जमीन दी गयी.
इस मामले ने जमीयते उलेमा हिन्द के मुफ़्ती सलीम काज़मी की माने तो सिर्फ हमारे अधिकारों का हनन किया जा रहा है, जबकि हमने गुरुग्राम पुलिस को भड़काऊ भाषणों की सीडी के साथ शिकायत सौंपी थी, कि कैसे नमाज़ के वक़्त हमे न केवल उकसाया जा रहा था. बल्कि शहर का माहौल खराब करने की साजिशें रची जा रही थी. लेकिन हमारी उस शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
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उमर अब्दुल्ला ने सीएम खट्टर पर साधा निशाना
वहीं अब इस मामले में जहां जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला CM खट्टर पर निशाना साध चुके हैं, बल्कि इसे संविधान का उल्लंघन तक कह डाला है, ऐसे में आने वाले वक्त में खुले में नमाज विवाद गहरा सकता है, ऐसी संभावना जताई जा रही है.
गुरुग्राम नमाज विवाद पहुंचा सुप्रीम कोर्ट
गुरुग्राम में नमाज को रोकने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए गुरुग्राम के अधिकारियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दायर की गई. राज्यसभा के पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि गुरुग्राम पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता, नफरत फैलाने वाले भाषणों और घृणा अपराध को जन्म दे रही है
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