कर्नाटक में कांग्रेस-जनता दल गठबंधन सरकार से 2 निर्दलीय विधायको की समर्थन वापसी के बाद सियायत की आग तेज हो गई है। दो दिन का मुख्यमंत्री बनने के बाद अंतिम समय में गठबंधन के सामने सत्ता गंवा बैठे पुर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कोशिश तेज कर दी है। खबरो के अनुसार उमकी कोशिश पहले के मुताबिक काफी अच्धी है। येदियुरप्पा का दावा है कि पार्टी की तरफ से जल्द ही खुशखबरी मिलेगी। वही कुमार स्वामी सरकार पर किसि भी संकट से मना कर रहे है। इन दावो के बीच दोनो खेमो में बेचैनी साफ देखी जा सकती है।
आपको बते दे कि कांग्रेस के 4 विधायक पहले ही गुड़गांव में कैंप कर चुके है साथ ही माना जा रहा है कि वे ,सभी बीजेपी के संपर्क में है। खवरो के अनुसार बीजेपी, कांग्रेस और के नाखुस विधायको के संपर्क में है और बीजेपी चाहती है कि वो विधायक जल्द से जल्द पार्टी से इस्तीफा दे दें। इम सबके बिच कांर्गेस के मंत्री अहमद खान इस बात का दावा कर रहे है कि सभी विधायक छुट्टी पर गए है और बुधवार को वापस आ जाएंगे।
वहीं पुर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की बीजेपी चुप्पी साधे हुए है और अभी तक येदियुरप्पा को मिलने का समय नही दिया गया है। बीजेपी के नेताओ का मानना है कि पार्टी को आगामी लोकसभा पर ध्यान देना चाहिए क्योकि आम चुनावो से पहले खरिद फरोख्त की कोशिश का गलत संदेश जनतो के पास जाएगा जो कि बिल्कुल भी ठिक नही है। इसा असर सिधा चुनाव परिणामो पर दिखेगा। विपक्ष कर्नाटक ही नही बल्कि पुरे देश में इसे मूद्दा बना सकता है जो कि ठिक नही है। हालांकी येदियुरप्पा के करिबियो का मानना है कि वो पार्टी आलाकमान को इस बात पर मना लेंगे कि राज्य में सरकार बनाने औऱ पुन: चुनाव कराने के लिए एक दम सही वक्त है।
जेडीएस भी चल रही है चाल
एक तरफ जंहा बीजेपी, कांग्रेस औऱ जेडीएस के विधायको को अपने खेमे में लाने की तैयरी कर रही है वंही कांग्रेस-जेडीएस खेमा भी चुप नही बैठा है। दरअसल जेडीएस का दावा है कि बीजेपी के 8 विधायक उनके संपर्क में है। सोमवार को येदियुरप्पा ने दावा किया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी मंत्री पद की एवज में बीजेपी के विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
वंही कुमारस्वामी का कहने है कि वो जानते है कि बीजेपी में कौन से विधायक शामिल है और उनको बीजेपी उनको कितना दे रही है। कुमार स्वामी ने कहा कि बीजेपी के संपर्क के सभी नेता हमारे संपर्क में है और सभी गठबंधन के साथ है। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और दिनेश गुंडू राव भी इस बात को दोहरा रहे हैं कि गठबंधन को कोई खतरा नहीं है।
सूत्रो के अनुसार कांग्रेस नेता डीके कुमार, जिन पर सभी नेताओ को साथ रखने की जिम्मेवारी है वो अभी मुख्यमंत्री से काफी नाराज है इसलिए वो पार्टी के हालातो को ठिक करने में कोई खास दिलचस्पी नही दिखा रहे है।