मोहम्मद हसनैन की रिपोर्ट-
शिवहर: जनप्रतिनिधिओं तथा स्वास्थ्य विभाग के द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था मे सुधार करने का दावा किया जाता रहा है लेकिन दूसरी ओर पिपराही प्रखंड के लोग कई वर्षो से आज भी बैधनाथ झा रेफरल अस्पताल के निर्माण कार्य शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं ! दरअसल शिवहर जिला के पिपराही तथा आसपास के क्षेत्रों के लोगों को सुगम, सहज और सरल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित रघुनाथ झा के प्रयास से उनके भाई बैधनाथ झा ने अपनी कीमती 2 एकड़ जमीन दान देकर अस्पताल निर्माण की राह को आसान कर दी थी । जिसके बाद काफी तेज गति से अस्पताल निर्माण शुरू हुआ लेकिन अस्पताल का केवल पीलिंग तक निर्माण के बाद काम अचानक से ही रुक गया । काम रूकने के बाद अब करीब 15 से अधिक वर्ष गुजर गए है लेकिन निर्माण कार्य उसी तरह ठप पड़ा हुआ है । आज भूमिदाता हम सब के बीच नही है, लेकिन दुख इस बात का है कि भूमिदाता अपने भूमि पर बने अस्पताल मे मरीजों का इलाज होते नही देख आए और उनके मरने के इतने वर्षो बाद भी आजतक निर्माण कार्य शुरू नही हो पाया है । मैंने पिछले वर्ष इस संबंध में सूचना मांगा तो बताया गया था कि अस्पताल से संबंधित कोई अभिलेख या कागजात विभाग के पास नहीं है । अब स्वास्थ्य विभाग के पास अस्पताल से संबंधित अभिलेख का नही होना कई तरह का सवाल तो खड़ा करता है साथ ये भी समझ मे आता है स्वास्थ्य विभाग महत्वपूर्ण मुद्दा पर कितना गंभीर हैं । इस स्थिति मे किस तरह अस्पताल का भवन निर्माण कार्य पुन: शुरू होगा बड़ा सवाल हैं । दरअसल आरटीआई आवेदन मे पूछा गया था बैधनाथ झा रेफरल अस्पताल का शिलान्यास कब हुआ था, भवन निर्माण के लिए कितना रूपया आवंटित किया गया था,शिलान्यास के बाद अस्पताल भवन निर्माण की प्रगति रिपोर्ट दें तथा निर्माण कार्य कब तक पुरा होना है बताएं । सूचना सिविल सर्जन से मांगा गया था जिसे अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को हस्तांतरित कर दिया गया लेकिन पुन:आवेदन को सिविल सर्जन को ही हस्तांतरित किया गया जिसके बाद सिविल सर्जन ने आवेदक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सह प्रभारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पिपराही को सूचना देने का आदेश दिया ततपश्चात उक्त सूचना उपलब्ध कराया गया । वर्तमान मे भी स्थिति जस का तस हैं ।