पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने स्वीकार किया है कि उनके देश की सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अलकायदा समेत अन्य आतंकी संगठनों को ट्रेनिंग दी थी. उन्होंने कहा कि ये ट्रेनिंग उन्हें अफगानिस्तान में लड़ने के लिए दी गई. इसीलिए पाकिस्तानी सेना और आतंकी संगठनों के बीच संबंध थे. इमरान खान ने विदेश संबंध परिषद (सीएफआर) में ओसामा बिन लादेन पर भी जवाब दिया.
इमरान खान से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान की ओर से कोई जांच कराई गई थी कि कैसे ओसामा बिन लादेन एबटाबाद में रह रहा था? इसके जवाब में उन्होंने कहा, पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने अलकायदा और इन जैसे संगठनों को अफगानिस्तान में लड़ने के लिए ट्रेनिंग दी. उनके संबंध हमेशा से थे. क्योंकि पाक सेना ने उन्हें ट्रेनिंग दी थी इसीलिए ये संबंध होने ही थे.
इमरान खान ने कहा, “जब हमने इन आतंकी संगठनों से मुंह मोड़ा तो हमसे सब सहमत नहीं हुए. सेना के अंदर भी लोग हमसे सहमत नहीं हुए, इसलिए पाकिस्तान के अंदर हमले हुए.” उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तानी सेना को इस बात की जानकारी नहीं थी कि बिन लादेन एबटाबाद में रह रहा था. इमरान ने कहा, “जहां तक मैं जानता हूं पाकिस्तानी सेना प्रमुख, आईएसआई को एबटाबाद के बारे में कुछ पता नहीं था. अगर किसी को पता भी होगा तो वह संभवत: निचले स्तर में होगा.”
अमेरिका के पूर्व रक्षा मंत्री जेम्स मेट्टिस ने कहा था कि वह पाकिस्तान को सबसे खतरनाक देश मानते हैं, जिसके संबंध में पूछे गए सवाल पर इमरान ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि जेम्स मेट्टिस यह पूरी तरह समझते हैं कि पाकिस्तान क्यों कट्टरपंथी (रेडिक्लाइज्ड) हो गया.”
WRITTEN BY: HEETA RAINA
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