न्यूजडेस्क
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को लेकर एक बार फिर से बयान दिया है। इमरान खान का कहना है कि भारत ने दोनों राष्टों के बीच वार्ता के रास्ते बंद कर दिए हैं। जिसके जवाब में भारतीय सरकार ने कहा कि पाक ने संवाद के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए कुछ नहीं किया। जब तक पाक आतंकवाद का समर्थन करता रहेगा वार्ता की कोई गुंजाइश नहीं है।
उच्च अधिकारियों का कहना है कि पाक के आंतरिक मंत्री शहरयार अफरीदी ने जमाद उद-दावा(जेडीयू) के नेता व संयुक्त देश द्वारा घोषित आतंकवादी हाफिज सईद के प्रतिनिधि से इस्लामाबाद में 16-17 नवंबर 2018 को मुलाकात की थी। शहरयार अफरीदी ने हाफिज सईद और उसकी संस्था को पाक गवर्नमेंट का खुला समर्थन देने की बात कही थी। शहरयार ने बोला था कि जब तक राष्ट्र में तहरीक-ए-इंसाफ की गवर्नमेंट है तब तक सईद को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता। इसके अलावा जेडीयू ने नवंबर 2018 को पाक अधिकृत कश्मीर में राहत शिविर खोले। जिसका उद्घाटन पीटीआई के लोकल नेता ने किया। जिससे ये पता चलता है कि इमरान खान जेडीयू का समर्थन कर रही है। यहां तक कि पाक के धार्मिक मंत्री नूर-उल-हक कादरी हाफिज सईद के साथ सार्वजनिक मंच पर नजर आए थे। जहां दोनों ने हिंदूस्तान के खिलाफ बयान दिए थे। कादरी ने ये भी बताया कि इस प्रोग्राम में आने के लिए उन्हें इमरान खान की तरफ से न्यौता दिया गया था।
इमरान खान ने बातचीत के दौरान भारत के कुछ पत्रकारों से कहा था कि वे पाकिस्तान की सरजमीं पर आतंकवाद को पनाह नहीं देंगे लेकिन उनकी बातों में कहीं दम नजर नहीं आता।