न्यूज़ डेस्क
पत्रकार रामचंद्र हत्याकांड में राम रहीम आरोपी पाए गए शुक्रवार को पंचकूला स्पेशल कोर्ट ने सुनाया फैसला
पत्रकार रामचंद्र शेखर के बेटे को मिला न्याय
शुक्रवार को पंचकूला की स्पेशल हाइकोर्ट गुरमीत सिंह रामरहीम के मामले मे फैसला सुनाएगी जिसमे रामरहीम आरोपी हैं यहां धारा 144 लगाई गई है. इस के तहत पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं! आपको बता दे की राम चंद्र छत्रपति वही पत्रकार थे, जिन्होंने राम रहीम का सच पूरी दुनिया के सामने सबसे पहले लाया था. उन्होंने सिरसा में हुए रेप केस की खबर को अपने अखबार ‘पूरा सच’ में छापा था। इस खबर के प्रकाशित होने के बाद राम रहीम के लोग पत्रकार राम चंद्र छत्रपति को आए दिन धमकियां देते थे. इसके बाद भी पत्रकार राम चंद्र छत्रपति राम रहीम के खिलाफ लिखते रहे ।
24 अक्टूबर 2002 को पत्रकार छत्रपति पर घर के बाहर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला किया. उनकी गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई. पिता की हत्या के बाद उनका बेटा अंशुल न्याय के लिए जगह-जगह भटकता रहा, आखिरकार आज इस मामले में कोर्ट फैसला सुनाने जा रहा है.
तीन पेज की उस अज्ञात चिट्टी को कोर्ट पहुंचाया गया जिसके ज़रिये पत्रकार रामचंद्र ने उन दोनों रपे केस का खुलासा किया था जिसमे राम रहीम को दोषी माना जा रहा था चिट्ठी के कोर्ट पाहुचने के कुछ दिन बाद ही पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने इस चिट्ठी का संज्ञान लेते हुए सिरसा के डिस्ट्रिक्ट और सेशन जज को इसकी जांच कराने का आदेश दिया. जिसके बाद जज ने यह जांच सीबीआई को सौंपी.पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने चिट्ठी की जांच की जिसके बाद 12 दिसंबर 2002 को सीबीआई के चंडीगढ़ यूनिट ने इस मामले में धारा 376, 506 और 509 के तहत मामला दर्ज करते हुए दोबारा जाँच करी . जिसके बाद इस मामले में राम रहीम को जेल भी हुई.