प्याज की बढ़ती कीमत तो ने लोगों की आँखो मे आंसू भर दिया है। त्योहारों के बाद से ही प्याज की कीमत आसमान छूती जारही है, फिलहाल खुदरा बाजार में प्याज 100 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। उधर, प्याज की कीमतों को लेकर सरकार का रुख भी सुस्त दिखाई पड़ रहा है। कारोबारियों की मानें तो फिलहाल राहत के आसार नहीं हैं तथा कीमतों में और इजाफा हो सकता है।
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में खुदरा बाजार में प्याज 80 से 85 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। कई इलाकों में प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। आम लोगों की रसोई से प्याज लगभग गायब हो रहा है।
सरकार भी प्याज की कीमत में आई उछाल से परेशान है। इसी तरह आलू के भाव भी कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। खुदरा बाजार में आलू 30 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। अभी इसके भाव में कमी आने की उम्मीद भी कम ही है।
प्याज ट्रेडर्स एसोसिएशन के सदस्य श्रीकांत मिश्रा का कहना है कि कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश से आने वाला प्याज दिल्ली पहुंच नहीं रहा है। पिछले दिनों मौसम की मार प्याज की उपज पर पड़ी है। अगले पंद्रह दिनों में प्याज के भाव और बढ़ेंगे क्योंकि सिर्फ अलवर के प्याज से खपत पूरी नहीं हो पा रही है। कर्नाटक और नासिक का स्टॉक भी खत्म हो जाएगा।
प्याज पर हो रही सियासत :-
भाजपा ने दिल्ली सरकार पर आरोप मढ़ा है कि सरकारी भाव पर दिल्ली वालों को प्याज उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। केंद्र सरकार की तरफ से 23.90 रुपये प्रति किलो प्याज उपलब्ध कराया जा रहा है, लेकिन दिल्ली सरकार इस पर सियासत कर रही है।
पिछले एक महीने से न तो वैन पर सरकार प्याज की बिक्री कर रही है और न ही राशन की दुकानों पर। दिल्ली सरकार ने खुद ही केंद्र सरकार से सप्लाई बंद करने को कहा है।
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