मुंबई डेस्क,अमित दत्त- हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के पेडर रोड इलाके में देश का पहला फ़िल्म संग्रहालय ‘नेशनल म्यूज़ियम ऑफ़ इंडियन सिनेमा’ का उद्घाटन किया। इस संग्रहालय में तकरीबन 141 करोड़ रुपए की लागत लगी है। इस संग्रहालय में भारतीय सिनेमा के इतिहास से जुड़ी जानकारी मिलेगी। इसमें दृश्य, शिल्प, ग्राफ़िक्स और मल्टीमीडिया की सहायता से भारतीय सिनेमा के इतिहास को कहानी के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।
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यह संग्रहालय 19 वीं सदी के ऐतिहासिक गुलशन महल और नए संग्रहालय में बनाया गया है। प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देशक श्याम बेनेगल और सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी के मार्गदर्शन में इस संग्रहालय का निर्माण किया गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस संग्रहालय में भारतीय सिनेमा के 100 साल पुराने इतिहास का वर्णन किया गया है। भारतीय सिनेमा के इतिहास को निम्नलिखित भागों में बांटा गया है:
- भारतीय इतिहास की उत्पत्ति
- भारत में सिनेमा का आगमन
- भारतीय मूक फ़िल्म
- ध्वनि की शुरूआत
- स्टूडियो युग
- द्वितीय विश्व युद्ध का प्रभाव
- क्षेत्रीय सिनेमा
इस संग्रहालय की 2 इमारते हैं, जिसमें से पहली इमारत ग्राउंड फ़्लोर तक ही बनी है और दूसरी इमारत में 5 मंज़िलें हैं। 5 मंज़िला इमारत वाले संग्रहालय में 4 प्रदर्शनी हॉल हैं। इसमें भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन पर बनी फ़िल्में भी मौजूद हैं। इसके साथ-साथ संग्रहालय में उनके जीवन पर सिनेमा के प्रभाव को भी दर्शाया गया है। संग्रहालय में राष्ट्रपिता की मूर्ती भी मौजूद है।
इस संग्रहालय में बाल स्टूडियो भी मौजूद है, जिसमें बच्चों को फ़िल्म निर्माण के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और कला से जुड़ी जानकारी दी जाएगी। इसमें कैमरा, शूटिंग और अभिनय से जुड़ी जानकारी दी जाएगी।
इस संग्रहालय में जाने वाले लोगों को अलग-अलग डांस फ़ॉर्मस की भी जानकारी मिलेगी। इसके अलावा लोग प्रसिद्ध फ़िल्मों के यादगार पलों को भी टच स्क्रीन पर देख सकेंगे। यहां आने वाले लोगों को फ़िल्मकारों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली प्रौद्योगिकी की जानकारी मिलेगी।
मुंबई के फ़िल्म निर्माता रविन्द्र ढाका से News10India की संवाददाता अरफा जावेद से हुई ख़ास बातचीत में उन्होंने बताया कि यह संग्रहालय भारत का पहला फ़िल्म संग्रहालय है। उन्होंने बताया कि इस संग्रहालय से युवा पीढ़ी को काफी कुछ सीखने को मिलेगा। इस संग्रहालय में 19 वीं सदी में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों से लेकर मौजूदा वक़्त में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों के बारे में भी जानकारी मौजूद है।