Written By : Amisha Gupta
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 30 नवंबर को मतदान होगा, जिसमें राज्य के 5 जिलों के 13 विधानसभा सीटों पर मुकाबला होगा।
इस चरण में कुल 189 उम्मीदवार मैदान में हैं। इन सीटों में गुमला, लोहरदगा, बिशुनपुर, मांडर, टोरी, चतरा, बड़गांव, लातेहार, पांकी, डाल्टनगंज, विश्रामपुर, छतरपुर और हुसैनाबाद शामिल हैं।इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) और झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के बीच है। भाजपा जहां फिर से सत्ता में आने की कोशिश कर रही है, वहीं विपक्षी पार्टियां सरकार को चुनौती दे रही हैं।
महिलाओं की भागीदारी
इस चरण में महिला उम्मीदवारों की भागीदारी भी देखने को मिल रही है। हालांकि, महिलाओं की संख्या कम है, लेकिन उनकी मौजूदगी चुनाव में एक विशेष पहलू जोड़ती है। चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और भाजपा के अन्य प्रमुख नेता सक्रिय हैं। वहीं, विपक्षी दलों के शीर्ष नेता हेमंत सोरेन (झामुमो), राहुल गांधी (कांग्रेस) और अन्य नेता भी रैलियां और जनसभाएं कर रहे हैं झारखंड में बेरोजगारी, आदिवासी अधिकार, भूमि अधिग्रहण, खनन, और जल-जंगल-जमीन के मुद्दे प्रमुख हैं। भाजपा ने विकास के मुद्दे को प्रमुखता दी है, जबकि विपक्ष ने आदिवासी हितों और रोजगार पर फोकस किया है।