सेंट्रल डेस्क: प्राची जैन :- कमलेश तिवारी हत्याकांड पर यूं तो बहुत दिनों से चर्चा सुनने को मिल रही थी ओर कमलेश तिवारी हत्याकांड में सूरत से पकड़ा गया रशीद नहीं बल्कि नागपुर से पकड़ा गया आसिम मुख्य साजिशकर्ता था। जांचकर्ताओं से मिली जांच के बाद आसिम का बयान इसी ओर इशारा कर रहा था। आसिम ने अपने पूछताछ के दौरान कुछ ऐसे नमो का खुलासा किया जो देश के अलग-अलग राज्यों में उसके संपर्क में हैं।
हालांकि आसिम ने जांच एजेंसियों को बताया है कि आतंकवाद के खिलाफ लोगों को जागरुक करता है, इसी लिए उसने सुन्नी यूथ विंग आतंकवाद विरोधी संगठन बना रखा है। एटीएस के अधिकारियों ने पोस्ट किए गए वीडियो के बारे में पूछा जिसमें कमलेश तिवारी को मारने की धमकी दी गई थी, उस पर वह ठीक से जवाब नहीं दे पाया।
इतना ही नहीं आसिम और उसके फैंस क्लब से जुड़े फेसबुक पर कई ऐसे एकाउंट जिसमें भड़काऊ पोस्ट और वीडियो अपलोड किए गए हैं उनको भी जांच एजेंसियां खंगाल रही हैं। जांच एजेंसियां आसिम का फेसबुक एकाउंट, उसके फैंस क्लब और यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करने वालों की भी कुंडली खंगाल रही है।
सूत्रों का कहना है कि नागपुर में एक राजनैतिक दल का नगर महासचिव होने के नाते उसे काफी शोहरत मिली हुई थी। उसने धर्म की आड़ में लोगों को उकसाने के लिए इसका इस्तेमाल किया। उसने न सिर्फ यूट्यूब की मदद से अपनी बात अपने फॉलोअर्स तक पहुंचाई बल्कि भड़काऊ भाषणों से ही उसने अपने समर्थकों की संख्या भी बढ़ा ली।
जांच एजेंसियां आसिम के एक अन्य करीबी पर भी नजर रख रही है जो भड़काऊ भाषणों को सबसे अधिक लाइक, कमेंट और उसे प्रचारित-प्रसारित करता था। फिलहाल यह तलाश किया जा रहा है कि क्या कमलेश तिवारी हत्याकांड में उक्त व्यक्ति का भी कोई योगदान था या नहीं। इस बारे में जांच एजेंसियां आसिम से पूछताछ कर रही हैं।
https://www.youtube.com/watch?v=IFgB9CaNeFc&t=193s