सेंट्रल डेस्क, ज्योति: 26 जनवरी 2017 उत्तर प्रदेश कासगंज में तिरंगे को लेकर एक बहस हुई और धीरे धीरे बहस एक हादसे में बदल गई थी । जिसमे लगभग कासगंज जल उठा था। पिछली गलती से सबक लेते हुए इस बार यूपी पुलिस के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं। एहतियात के तौर पर गुरुवार को कासगंज में पुलिस ने फ्लैगमार्च किया।
शहर में किसी भी प्रकार की स्थिति खराब ना हो उसके लिए एक दिन पहले ही कासगंज में पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। सड़को पर पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है। शहर के चप्पा चप्पा में पुलिस तैनात है। पुलिस के आला अफसर इलाके में ही पुलिस जवानों की बैठकें लेकर दिशा-निर्देश दे रहे हैं कि हालात को कैसे संभालना है।
कासगंज में ये सभी इंतजाम पिछले साल की हिंसा को देखकर किए गए है। इस दंगे में तिरंगा यात्रा के दौरान चंदन गुप्ता नामक युवक की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद कई दिनो तक शहर तनाव की आग में झुलसता रहा। कासगंज एसपी अशोक कुमार ने बताया कि करीब 85 पॉइंट को चिन्हित कर पुलिस बल की तैनाती की गई है।
जिनमें पीएसी की दो कंपनी और एक आरएएफ की कंपनी शामिल है।करीब 250 जवानों का फोर्स बाहर के जनपदों से बुलवाया गया है। गौरतलब है कि कासगंज हिंसा मामले में पुलिस ने 8 मुकदमे दर्ज कर 40 आरोपियों की गिरफ्तारी की थी।कुल 121 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
क्या है मामला?
26 जनवरी को कासगंज जिले के कोतवाली इलाके में बिलराम गेट चौराहे पर तिरंगा यात्रा के तहत विश्व हिंदू परिषद और एबीवीपी के कार्यकर्ता बाइक से रैली निकाल रहे थे। इस दौरान नारेबाजी को लेकर समुदाय विशेष के लोगों से बहस हो गई। तकरार में दोनों तरफ से फायरिंग, पत्थरबाजी हुई, जिसमें तिरंगा यात्रा में शामिल एक युवक चंदन गुप्ता की गोली लगने से मौत हो गई। दूसरे पक्ष के एक शख्स को भी गोली लगी है। पुलिस ने इस मामले में 50 लोगों को अरेस्ट किया और 60 से 70 को हिरासत में लिया था। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई थी।