आजादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) की शुरुआत 12 मार्च, 2021 को साबरमती से दांडी तक मार्च के साथ शुरू हुई थी। अब, ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान की परिकल्पना आजादी का अमृत महोत्सव के समापन कार्यक्रम के रूप में की गई है। इस अभियान में वसुधा वंदन, शिलाफलकम (स्मारक) को शामिल करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
युवा मामलों की सचिव ने इस आयोजन की रूपरेखा के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इस आयोजन के कार्यक्रमों की योजना पहले से तैयार होनी चाहिए और 09 से 15 अगस्त, 2023 के दौरान इसका आयोजन किया जाना चाहिए। पूरे देश के लगभग 7,500 ब्लॉकों से चयनित युवा दिल्ली के कर्तव्य पथ पर इस कार्यक्रम के लिए एकत्रित होंगे। वे अगस्त, 2023 में आयोजित होने वाले इस मेगा कार्यक्रम में अपने राज्यों के सभी गांवों/ग्राम पंचायतों से मिट्टी लेकर आएंगे। वसुधा वंदन कार्यक्रम के फलस्वरूप कर्तव्य पथ पर निर्मित होने वाले अमृत वाटिका में स्वदेशी पौधे और शिलाफलकम होंगे।
ग्रामीण विकास सचिव, श्री शैलेश कुमार सिंह ने वसुधा वंदन और शिलाफलकम के महत्व पर बल दिया। सिंह ने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत/गांव वसुधा वंदन के अंतर्गत स्वदेशी प्रजातियों के 75 पौधे लगाकर धरती माता का नवीनीकरण और पुन: पूर्ति करेगा।
ग्रामीण विकास सचिव ने आगे कहा कि वसुधा वंदन कार्यक्रम का आयोजन किसी अमृत सरोवर या किसी जल निकाय या किसी सार्वजनिक स्थानों जैसे स्कूलों, ग्राम पंचायत भवनों या ग्राम पंचायत द्वारा निर्धारित किए गए उपयुक्त स्थान पर किया जा सकता है। पंचायती राज मंत्रालय में अपर सचिव ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को सुझाव दिया कि वे ग्राम पंचायतों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों को शामिल करें।