बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में कन्वेंशन सेंटर (IECC Complex ) का उद्घाटन किया। 2700 करोड़ रुपये की लागत से बना यह कन्वेंशन सेंटर जी-20 नेताओं की बैठक की मेजबानी करेगा। इस सेंटर का नाम भारत मंडपम रखा गया। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा, भारत मंडपम’ आह्वान है भारत के सामर्थ्य का, भारत की नई ऊर्जा का। ‘भारत मंडपम’ दर्शन है, भारत की भव्यता का और भारत की इच्छाशक्ति का।
कन्वेंशन सेंटर (IECC Complex) में मुख्य भूमिका निभाने वाले सभी श्रमजीवियों का साधुवाद करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा ‘भारत मंडपम’ के निर्माण से जुड़े हर श्रमिक भाई-बहन को, हर कर्मी को आज सच्चे हृदय से मैं अभिनंदन करता हूं, उनका साधुवाद करता हूं। आज सुबह मुझे इन सभी श्रमजीवियों से मिलने का मौका मिला था, हमारे इन श्रमिक साथियों को सम्मानित करने का मुझे सौभाग्य मिला था। आज उनकी मेहनत देख, पूरा भारत विस्मित है, भारत चकित है।
मोदी (PM Modi) ने कहा, ‘भारत मंडपम’ के इस नाम के पीछे भगवान बशवेश्वर के ‘अनुभव मंडपम’ की प्रेरणा है। अनुभव मंडपम यानि वाद और संवाद की लोकतांत्रिक पद्धति, अनुभव मंडपम यानि अभिव्यक्ति, अभिमत। आज दुनिया ये स्वीकार कर रही है कि भारत Mother of Democracy है। तमिलनाडु के उत्तरामेरूर में मिले शिलालेखों से लेकर वैशाली तक, भारत की वाइब्रेंट डेमोक्रेसी सदियों से हमारा गौरव रही है।
मोदी ने कहा, आज जब हम आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो ये ‘भारत मंडपम’, हम भारतीयों द्वारा अपने लोकतंत्र को दिया एक खूबसूरत उपहार है। कुछ हफ्तों बाद ही यहीं पर G-20 से जुड़े आयोजन होंगे, दुनिया के बड़े-बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष यहां उपस्थिति होंगे। भारत के बढ़ते हुए कदम और भारत का बढ़ता हुआ कद, इस भव्य ‘भारत मंडपम’ से पूरी दुनिया देखेगी।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा, आज पूरी दुनिया Inter-Connected है, Inter-Dependent है और वैश्विक स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों और समिट्स की श्रृंखला लगातार चलती रहती है। ऐसे कार्यक्रम कभी एक देश में तो कभी दूसरे देश में होते हैं। ऐसे में भारत में, देश की राजधानी दिल्ली में, अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक कन्वेंशन सेंटर होना बहुत ही जरूरी था। यहां जो व्यवस्था थीं, जो हॉल्स थे, वो कई दशक पहले यहां बने थे। पिछली शताब्दी की वो पुरानी व्यवस्था, 21वीं सदी के भारत के साथ कदमताल नहीं कर पा रही थी। 21वीं सदी के भारत में हमें 21वीं सदी की आवश्यकताओं को पूरा करने वाला निर्माण करना ही होगा।
‘IECC Complex की विशेषता बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत मंडपम’ हमारे हस्तशिल्पियों, कारीगरों-बुनकरों के परिश्रम को प्लेटफॉर्म देने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बनने वाला है और ‘भारत मंडपम’ आत्मनिर्भर भारत औऱ Vocal For Local अभियान का प्रतिबिंब बनेगा। यानि इकोनॉमी से इकोलॉजी तक, ट्रेड से टेक्नोलॉजी तक, ऐसे हर आयोजन के लिए ये विशाल परिश्रम और ये विशाल परिसर, ये ‘भारत मंडपम’ बहुत बड़ा मंच बनेगा।
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने कहा, आज हमारी सरकार के इस टर्म और पिछले टर्म के कार्यों का परिणाम पूरा देश देख रहा है। आज देश का विश्वास पक्का हो गया है कि अब भारत की विकास यात्रा रुकने वाली नहीं है। आप जानते हैं कि हमारे पहले टर्म की शुरुआत में भारत, वर्ल्ड इकोनॉमी में दसवें नंबर पर था। जब मुझे आज लोगों ने काम दिया तब हम दस नंबरी थे। दूसरे टर्म में आज भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी इकोनॉमी है। और यह ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर, बातों-बातों में नहीं, ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर मैं कह रहा हूं।
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने कहा, मैं देश को ये भी विश्वास दिलाऊंगा कि तीसरे टर्म में, दुनिया की पहली तीन इकोनॉमीज में एक नाम भारत का होगा। यानी, तीसरे टर्म में पहली तीन इकोनॉमी में गर्व के साथ हिन्दुस्तान खड़ा होगा दोस्तों। Third Term- Top Three Economy में पहुंच कर रहेगा भारत और ये मोदी की गारंटी है। मैं देशवासियों को ये भी विश्वास दिलाऊंगा कि 2024 के बाद हमारे तीसरे टर्म में, देश की विकास यात्रा और तेजी से बढ़ेगी। और मेरे तीसरे कार्यकाल में आप अपने सपने अपनी आंखों के सामने पूरे होते देखेंगे।