लोकतंत्र के रक्षक बने बैठे बिहार(Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश में मोदी विरोधी मोर्चा के सूत्रधार के कार्य मे व्यस्त हैं। वहीं दूसरी ओर लोकतंत्र के लड़ैया नीतीश बाबू के राज्य बिहार में एक सामान्य सी परेशानी के लिए प्रदर्शन कर रहें लोगों पर उनकी पुलिस ने गोली चला दी। पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसमें से एक की मौत हो गई है। इसके बाद से माहौल तनावपूर्ण है।
बिहार(Bihar) के कटिहार में स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी के चलते बार-बार रिचार्ज खत्म होने के कारण बिजली आपूर्ति बंद कर दी जाती हैं, वो वही इस भयंकर गर्मी के मौसम में। इसी वजह से बिजली उपभोक्ता परेशान होकर बिजली आपूर्ति रोकने के विरोध में बारसोई में पावर सब स्टेशन पर प्रदर्शन कर रहे थे। अधिकारियों की ओर से जवाब न मिलने से परेशान जनता उग्र हो गई, जिस पर पुलिस ने गोलियां चला दीं।
पुलिस की ओर से प्रदर्शनकारियों पर की गई गोलीबार में एक व्यक्ति की जान चली गई, जबकि दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। आश्चर्य की बात तो यह हैं कि स्थानीय प्रशासन दौरा पुलिस की ओर से की गई फायरिंग की बात से इनकार किया जा रहा हैं। इस मामले पर भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि राज्य में लाठी और गोली की सरकार चल रही है। बिजली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोली चलाई गई। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो बारसोई एसडीओ ने एक की मौत और दो लोगों के जख्मी होने की पुष्टि की है, लेकिन पुलिस की ओर से की गई फायरिंग की बात से इनकार किया है। एसडीओ ने कहा कि उग्र भीड़ द्वारा पथराव में मौत और जख्मी होने की घटना हुई है।