सोमवार से शुरू होने वाले केपीआईटी-एमएसएलटीए टेनिस चैलेंजर में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगे, फॉर्म में चल रहे प्रजनेश गुणेश्वरन, सुमित नागल के साथ। इसमें मेजबान देश के 21 एकल खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। बीस से ज्यादा खिलाड़ियों का एकल मुख्य ड्रॉ में होना भी किसी भी मेजबान देश के लिए रिकॉर्ड है।
भारत इस सत्र में चेन्नई ओपन के बाद दूसरे एटीपी चैलेंजर की मेजबानी कर रहा है। दुनिया के 94वें नंबर के खिलाड़ी प्रजनेश के पिता एसजी प्रभाकरण का शनिवार को निधन हो गया था। इसके बावजूद उन्होंने टूर्नामेंट में खेलने का फैसला किया है। प्रजनेश इसमें शीर्ष वरीय होंगे। उन्होंने कहा,‘मैं खेल रहा हूं। मेरे पिता मुझे खेलते हुए देखना चाहेंगे। मैं उनकी इच्छा का सम्मान करूंगा। यह सत्र का अंतिम टूर्नामेंट है और मैं इसका समापन करूंगा।’
मौजूदा सत्र में वह अभी तक खिताब नहीं जीत सके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एनिंग में उप विजेता बनना रहा था। वह चोटिल होने के कारण वर्ष के कई टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पाए थे लेकिन उनके पिता उन्हें प्रेरित करते रहे और वह सफल भी रहे। युवा नागल से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी जो इस सत्र में शानदार फॉर्म में हैं। रामकुमार रामनाथन, शशि कुमार मुंकुद, साकेत मायनेनी, अर्जुन काधे और सिद्धार्थ विश्वकर्मा भी छाप छोड़ना चाहेंगे।
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