वरुण ठाकुर की रिपोर्ट
कहते हैं – ’’ थाम ले जो हाथ गिरते आदमी का , आदमी होता वही इंसान है। ’’ इन्हीं मानवीय मूल्यों को केन्द्र में रखते हुए रोटरी क्लब दरभंगा मिडटाउन एवं रोटरी क्लब आॅफ पूना डाउनटाउन ने ’’कृत्रिम हाथ’’ शिविर का आयोजन किया।
13 जनवरी सुबह 8 बजे से चले इस कैम्प का आयोजन डा0 अभिषेक सर्राफ के नेतृत्व में सर्राफ आॅर्थो एंड स्पाइन सेन्टर में किया गया, जिसमें 323 दिव्यांगों को ’’कृत्रिम हाथ’’ निःशुल्क लगाया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिलाधिकारी डा0 चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि जब इतने व्यापक स्तर पर इस तरह के सामाजिक कार्य किए जाते हैं , तो ये समाज के दूसरे नागरिकों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बन जाता है, उन्होंने रोटरी दरभंगा मिडटाउन के सदस्यों को आश्वस्त किया की सरकारी तौर पर जो भी मदद की ज़रुरत होगी वो मुहैया कराने की कोशिश करेंगे। कार्यक्रम में रोटरी इन्टरनैश्नल डिस्ट्रिक्ट 3250 के कार्यकारी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पीडीजी डा0 राकेश प्रसाद ने दरभंगा मिडटाउन और पूना डाउनटाउन क्लब के आपसी सहयोग की सराहना की । रोटरी दरभंगा मिडटाउन के प्रेसीडेन्ट डा0 कण्हैया झा ने बताया कि यूँ तो इन ’’कृत्रिम हाथों’’ की बाजार में कीमत लगभग 25000 रू की होती है पर ये क्लब द्वारा निःशुल्क लगाया जा रहा है। उन्होंने घेषणा की कि सिर्फ आज ही नहीं बल्कि ये प्रोजेक्ट रोटरी मिडटाउन द्वारा अनवरत रूप से चलाया जायेगा।
गौरतलब है कि इन कृत्रिम हाथों के लगने के बाद लाभार्थी लगभग कोई भी कार्य , जो कि एक सामान्य आदमी अपने हाथों से करता है , वे कर सकते हैं। ये कृत्रिम हाथ लाभार्थियों के दिनचर्या एवं जीवनयापन में आमूल चूल परिवर्तन ला देती है और वे कोई भी काम स्वयं कर सकते हैं और उन्हें किसी पर आश्रित रहने की आवश्यकता नहीं रह जाती है।
लगभग 11 घंटे तक चले इस शिविर में पूना डाउनटाउन के 8 सदस्यीय टीम सहित रोटरी दरभंगा मिडटाउन से सचिव डा0 अमिताभ सिन्हा , डा0 प्रवीर सिन्हा , डा0 आशीष शेखर , डा0 आर0 एन0 पी0 सिन्हा , डा0 पुलिन वर्मा , डा0 अनिल नारायण सिंह , रजत अग्रवाल , अशोक चैधरी , अशोक झा , विनोद सिंह, डॉ संजीव मिश्रा, डॉ के पी सिंह, बिजय कुमार चांदगोटिया, मनोज बैरोलिया, डॉ संजय कुमार सिन्हा, निर्मल कु सिंहा, डॉ सुनील कु थापर, डॉ सुमंत कोले, रजनीश राज, विशाल गौरव आदि ने शिरकत की। इस मौके पर नए सदस्य के रूप में डॉक्टर संजीव कुमार को क्लब में शामिल किया गया। मंच क्रार्यक्रम का संचालन डा0 अमिताभ सिन्हा ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन डा0 एस0 एन0 सर्राफ द्वारा किया गया।