पाकिस्तान ने भारत के राफेल लड़ाकू विमानों की फ्रांस से हुई खरीद के जवाब में चीन से 25 जे-10सी लड़ाकू विमानों को खरीदा है। वही पाकिस्तान के सांसद ने चीन से खरीदे इन लड़ाकू विमानों को भारत के राफेल से कमजोर बताया और पाकिस्तान को दुनियाभर में हंसी का पात्र बना दिया है।
पाकिस्तानी सांसद डॉ. अफनानुल्लाह खान के मुताबिक देश के पास पहले ही इसी तरह का फाइटर जेट मौजूद है। उन्होंने कहा कि उनका इशारा अमेरिका निर्मित एफ-16 की ओर था जिसे 1980 के दशक से पाक वायुसेना संचालित कर रही है। इसके साथ ही सांसद ने चीनी विमान की तुलना भारत के राफेल विमान से की है उन्होंने कहा कि चीनी विमान उतना अच्छा नहीं है जितना कि भारत का राफेल विमान है। और उन्होंने इस पैसे को जेएफ-17, पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान और लंबे समय तक हवा में रहने में सक्षम ड्रोन विमान को बनाने में इस्तेमाल करने के लिए कहा।
शेख राशिद ने कहा कि 23 मार्च को चीन से खरीदे गए ये विमान पाकिस्तान दिवस समारोह में शामिल होंगे। खबरों के मुताबिक पाकिस्तान ने चीन के दबाव में आकर इस सौदे को मंजूरी दी है। वही चीन का दावा है कि जे-10सी विमान दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू विमानों में से एक है जबकि एक पाक सांसद अफनानुल्लाह खान इसकी क्षमता पर सवाल उठा चुके हैं।
गत वर्ष दोनों देशों के साझा अभ्यास में जे-10सी विमानों ने भी हिस्सा लिया था और पाकिस्तानी विशेषज्ञों को इन विमानों को करीब से देखने का मौका मिला था। पाक के पास अमेरिकी एफ-16 विमानों का भी बेड़ा है जो काफी कुछ राफेल के समान ही हैं। लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान बढ़त हासिल करने के लिए नए मल्टीरोल आल वेदर जेट खरीदने की कोशिश में जुटा था। बता देगी चीन का यह विमान हर तरह के मौसम में उड़ान भरने में सक्षम माना जाता है, जिसे चीन ने 2006 में इस लड़ाकू विमान को अपने बेडे़ में शामिल किया था