पाकिस्तान में घरेलू गैस की जबरदस्त किल्लत देखने को मिल रही है ऐसे में प्रधानमंत्री इमरान खान को बिगड़ते हालात देखते हुए एक उच्च स्तरीय बैठक करनी पड़ी जिसमें स्थिति की समीक्षा की गई। बता दें कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी कि पीएम ने खुद इस बैठक की अध्यक्षता की और घरेलू भंडार से मांग और आपूर्ति, प्राकृतिक गैस की कमी और आयात के बारे में जानकारी ली।
रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में इमरान खान ने अधिकारियों को घरेलू अन्वेषण के लिए लाइसेंस फास्ट-ट्रैक करने के निर्देश दिए हैं और उन्होंने इसे प्राकृतिक गैस का सबसे सस्ता स्रोत बताया है। इसके साथ ही उन्होंने संबंधित विभागों से नए एलएनजी प्लांट और वर्चुअल पाइपलाइन परियोजनाओं की प्रक्रिया में आ रही परेशानियों को जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के ऊर्जामंत्री हम्माद अजहर ने घरेलू गैस की जरूरतों को पूरा करने में असमर्थता जता चुके हैं। उन्होंने इसके लिए कानूनी अड़चनों को जिम्मेदार ठहराया। जानकारी के मुताबिक तो पाकिस्तान में दैनिक भोजन पकाने तक के लिए भी लोगों के पास पर्याप्त गैस नहीं है। क्योंकि देश की सरकार ने भंडारण की तुलना में गैस कनेक्शन कहीं अधिक दे दिए हैं। इसके साथ ही देश के घरेलू गैस उपभोक्ताओं के मासिक बिलों में भी बड़ी वृद्धि देखने को मिली है।
स्थानीय निकाय चुनाव में हार के बाद पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार की लोकप्रियता कम होती नजर आ रही है। बता दें कि इन चुनावों में अनौपचारिक व असत्यापित नतीजों में पेशावर के मेयर पद की सीट मौलाना फजलुर रहमान के जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल के उम्मीदवार की जीत निश्चित बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक सरकार में बदलाव की अटकलें चरम पर हैं। भले ही ऐसी अटकलों पर भरोसा न करें लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि सत्तारूढ़ दल की लोकप्रियता कम हो रही है।