प्रत्येक 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। दुनियानभर में बढ़ती जनसंख्या के कारण आने वाली समस्याओं के बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए इस दिन को विशेष रूप से चुना गया हैं। आज के समय में जनसंख्या बढ़ती जा रही है। यह बिभिन्न समस्या का प्रमुख कारण है। इस विशेष दिन 11 जुलाई को समर्पित करके बढ़ती जनसँख्या के प्रति लोगो का ध्यान आकर्षित करना है।
वल्र्ड पॉपुलेशन प्रोस्पेक्ट्स-2019 रिपोर्ट के अनुसार भारत 2027 में चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। जब भारत गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी , पर्यावरण, प्रदूषण और कई अन्य चुनौतियों के बोझ तले दब जाएगा, तब जनसंख्या के मामले में दुनिया में अब्बल होना भारत के विकास के सामने कई सवाल खड़े करता है। भारत में तेजी से जनसंख्या बृद्धि के सबसे चुनौतीपूर्ण परिणामो में से एक है। शहरीकरण कई मायनो में समाज के लिए अच्छा है, लेकिन जब शहरीकरण की प्रक्रिया उचित योजना के बिना आगे बढ़ती है तो यह एक अभिशाप में बदल जाती है। भारत में जिस तरह समस्याओ का निंयत्रण हाथ से बेकाबू होता जा रहा है। सरकार को इस समस्या को लेकर ठोस कदम उठाने चाहिए।
विश्व जनसंख्या दिवस इन संघर्षों और चुनौतियों को उजागर करने का दिन है। यह लोगों को इन समस्याओं को नियंत्रित करने में अपना योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करने का एक तरीका है।