सेंट्रल डेस्क मानसी – सोनभद्र (उत्तर प्रदेश) में ज़मीन विवाद को लेकर हुए नरसंहार के बाद पीड़ितों का हाल जानने शुक्रवार को प्रियंका गाँधी वाराणसी पहुंची। जैसे ही वाराणसी ट्रामा सेंटर से प्रियंका का काफ़िला मिर्ज़ापुर के रास्ते सोनभद्र रावना हुआ वैसे ही नारायणपुर के पास उनको रोक दिया गया। इसके विरोध में कांग्रेस महासचिव मौके पर ही सड़क पर धरने पर बैठ गई।
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प्रियंका गाँधी द्वारा सड़क पर ही धरना करने की खबर से प्रशासन पर दबाब पड़ गया इसके साथ ही आला अधिकारीयों की सक्रियता बढ़ गई। पुलिस प्रशसन द्वारा प्रियंका को निषेधाज्ञा लागू होने की जानकारी देकर धरना खत्म करने को कहा गया। इसके बाद प्रियंका को एसडीएम की गाडी में बैठाया गया और पुलिस उन्हें चुनार गेस्ट हाउस ले जाने के लिए रवाना हुई।
बता दे की सोनभद्र के उम्भा गांव में 17 जुलाई को 112 बीघा खेत के लिए दस ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया गया था।
क्या था पूरा मामला गाँव का प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर 32 ट्रैक्टर लेकर 112 बीघा खेत जोतने पहुंचा था। ट्रैक्टर में लगभग 60-70 लोग अपने हथियारों के साथ मौजूद थे। गाँव पहुँचते ही इन लोगे ने खेत जोतना शुरू किया जब ग्रामीणों ने उनका विरोध किया
तो यज्ञदत्त गुर्जर और उसके लोगे ने ग्रामीणों पर लाठी-डंडे,राइफ़ल और बन्दुक से गोलियां चलानी शुरू कर दी थी जिसके कारण ये हादसा हुआ।