वरुण ठाकुर – आज दरभंगा सदर प्रखण्ड क्षेत्र के छोटाईपट्टी पंचायत में श्री-श्री 108 बाबा नागेश्वर नाथ महादेव मंदिर के प्रागंण मे महाशिवरात्री के शुभावसर पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन शुक्रवार को कथावाचक आचार्य संत श्री जानकी शरण बाल व्यास जी ने भगवान श्री राम व श्री कृष्ण के प्राकट्य लीला का विस्तारपूर्वक वर्णन किया।
उन्होने कहा श्री राम मार्यादा पूरूषोत्तम है तो कृष्ण लीला पूरूषोत्तम एक दिन में आते हैं तो एक रात में। श्री राम निवृति मे रहते हुए प्रवृति जैसा आचरण दिखाते हैं जबकि श्री कृष्ण प्रवृति में निवृति जैसा। श्री राम का आचरण अनुकरणीय है जबकि श्री कृष्ण का श्रवणीय।
कथा विस्तार करते हुए बाल व्यास जी ने कहा कि भागवत कथा समाज में एक दूसरे के बीच वैचारिक दूरी को मिटाता है।
संस्कार एवं संस्कृति का सर्वोत्तम संगम भागवत कथा के माध्यम से होता है। परमात्मा का अवतार केवल भक्तों के प्रेम के कारण होता है। यद्यपि प्रभु सर्वत्र है फिर भी कथा कीर्तन के माध्यम से उनकी अनुभूति होती है।
कथा के आरंभ में पंडित रीतेश कुमार झा ने बैदिक मंगलाचरण किया तथा बालिकाओं ने गुरूबंदना प्रस्तुत की। कथा देर रात तक चली। वही दूर-दूर से आऐ हुए हजारो भक्तो ने इस संगीतमय कथा का आन्नद उठाया।
वही कथा के दौरान अलग-अलग कई झाँकिया बाल कलाकारो के द्वारा निकाला गया।
मौके पर पूजा समिति के अध्यक्ष संतोष सिंह, समाजसेवी शरद कुमार सिंह, समिति के सदस्य शिवशंकर सिंह, बेचन सिंह, प्रभाकर सिंह ‘मोहर’ विक्की सिंह, गुलाब सिंह, विजय सिंह, चन्दन सिंह, विकाश सिंह, शिरोमणी सिंह ‘मुकेश’ आलोक सिंह, रोहित सिंह, शन्नी सिंह, अमीर सिंह, लाल प्रसाद सिंह, राम स्वार्थ सिंह, गोलू सिंह, भोलू सिंह, सूरज सिंह, प्रभूषन सिंह, रोहित सिंह, रोबीन कुमार, सुजीत कुमार आदि भक्तो को कष्ट नहीं हो इसको लेकर तत्पर थे।