सेंट्रल डेस्क, ज्योति: जम्मू-कश्मीर में हुए अब तक के सबसे बड़े हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। इस हमले में 40 से ज्यादा जवान घायल भी हुए। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर सवा 3 बजे हुए इस हमले के बाद पूरा भारत हिल गया है। बता दें कि विस्फोटक से भरी कार ने सीआरपीएफ के काफिले की बस को टक्कर मारी थी जिससे धमाका हो गया। धमाका इतना भयंकर था कि बस के साथ-साथ सीआरपीएफ के जवानों के भी परखच्चे उड़ गए।
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1. पुलवामा में हुए आतंकी हमले में वाराणसी में चंदौली के पड़ाव क्षेत्र के बहादुरपुर गांव के अवधेश यादव उर्फ दीपू शहीद हो गया। बहादुरपुर गांव के हरिकेश यादव के चार बेटे-बेटियों में अवधेश सबसे बड़ा था। वर्ष 2006 में वह सीआरपीएफ की 145वीं बटालियन में भर्ती हुआ था। परिवार में पिता के अलावा मां मालती देवी हैं, जो कैंसर से पीड़ित है। दो बहनों की शादी हो चुकी है। छोटा भाई बृजेश यादव पढ़ाई कर रहा है। अवधेश की शादी तीन साल पहले सैयदराजा के पूरवा गांव निवासी जनार्दन यादव की बेटी शिल्पी के साथ हुई थी। शिल्पी का तीन साल का एक बेटा भी है।
2.जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को आतंकी हमले में शहीद होने वालों में जिले के चौबेपुर क्षेत्र के तोफापुर के लाल रमेश यादव (26) भी हैं। सीआरपीएफ के जवान रमेश देश की सीमा की सुरक्षा के लिए रमेश 12 फरवरी को घर से रवाना हुए थे। गुरुवार की शाम फोन आया कि रमेश शहीद हो गए हैं तो बूढ़े पिता किसान श्याम नारायण गश खाकर जमीन पर गिर पड़े जबकि पत्नी रेनू अचेत हो गई।
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3. पुलवामा में शहीद कानपुर देहात के श्याम बाबू 10 फरवरी को ही ड्यूटी पर गया था। शाम को उनके शहीद होने की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। डेरापुर थाना क्षेत्र के नोनारी गांव के मजरा रैगवां निवासी किसान राम प्रसाद के दो बेटों में श्यामबाबू बड़े थे। छोटा बेटा कमलेश प्राइवेट नौकरी करता है। पिता ने बताया कि श्याम बाबू की शादी करीब छह साल पहले रूबी से हुई थी। उसके चार साल का बेटा और छह महीने की एक बेटी है।
4. यूपी के कन्नोज जिले से प्रदिप सिंह यादव भी उस बटालियन में शामिल थे। जिसे आतंकिया ने निशाना बनाया। जब प्रदिप के शहीद होने की खबर आई तो पूरे जिले में शोक की दौड़ गई।
5.आतंकी हमले में उन्नाव के लोक नगर का वीर सपूत अजीत कुमार शहीद हो गए। इस खबर से पुरे परिवार में कोहराम मच गया। प्रदिप सिंह यादव सीआरपीएफ के 115वीं बटालियन में तैनात थे।
इनके आलावा राठौर नितिन शिवाजी, भागीरथ सिंह, वीरेंद्र सिंह, अवधेश कुमार यादव, रतन कुमार ठाकुर, पंकज कुमार त्रिपाठी, जीत राम, अमित कुमार, विजय कुमार मौर्य, कुलविंद्र सिंह, मनेश्वर बसुमत्री, मोहन लाल, संजय कुमार सिन्हा, राम वकील, नसीर अहमद, जयमल सिंह, सुखजिंदर सिंह, तिलक राज, रोहिताश लांबा, विजय सोरंग, वसंत कुमार, सुब्रह्म्ण्यम जी, गुरु एच, नारायण लाल गुर्जर, महेश कुमार, प्रदीप कुमार, हेमराज मीणा, पीके साहू, रमेश यादव, संजय राजपूत, कौशल कुमार रावत, प्रदीप सिंह, श्याम बाबू, अजीत कुमार आजाद, मनिंदर सिंह, बब्लू संतरा, अश्विनी कुमार के शहीद होने की सूचना मिल रही है।
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https://www.youtube.com/watch?v=_zW3sjBqmUM&t=1s