सेन्ट्रल डेस्क कौशल : उत्तर भारत में लगातार हो रही बर्फबारी से हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में हिमस्खलन होने के कारण सेना के कई जवान फंस गए हैं वहां कई इंच तक बर्फ जमा हो गई हैं जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में मशक्कत करनी पड़ रही है
आपको बता दे कि बुधवार को हुए इस हादसे में कुल फंसे 6 जवानों में से एक जवान शहीद हो गए थें जबकि बाकी फंसे 5 जवान अभी भी मौत से जंग लड़ रहे हैं ये सभी जवान भारत-चीन सीमा पर तैनात थे जिन्हें निकालने के लिए गुरुवार को एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा हैं हालांकि ये इतना आसान भी नहीं है क्योंकि इस समय किन्नौर जिले का तापमान -15 डिग्री पहुंच गया है जबकि रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, ITBP और BRO की मशीनें लगी हुई हैं कुल 250 जवान इन जवानों को निकालने में मदद कर रहे हैं
जवान रमेश कुमार इस हिमस्खलन में शहीद हो गए बुधवार को हादसे के बाद किन्नौर के उपायुक्त गोपालचंद ने बताया कि एक जवान का शव बरामद हुआ है जबकि पांच अन्य का अब तक पता नहीं चला है जिस जवान का शव मिला है उसकी पहचान हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के घुमारपुर गांव के रमेश कुमार (41) के रूप में हुई है वह सेना की जम्मू कश्मीर राइफल्स में थे सेना के अधिकारी के मुताबिक यहां ग्लेशियर गिरने के कारण शिपकाला में देर रात हिमस्खलन आया जिस वजह से जवान फंस गए भारत तिब्बत सीमा पुलिस के कई जवान भी हिमस्खलन में फंस गये थे उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया सेना के सूत्रों के अनुसार, 16 जवान एक क्षतिग्रस्त जलापूर्ति लाईन की मरम्मत के लिए नामागया से शिपकाला सीमा चौकी की ओर गए थे उसी बीच हिमस्खलन हुआ एवं उनमें से छह उसमें दब गए थे