सेन्ट्रल डेस्क, ज्योति : प्रयागराज के कुंभनगर में कुंभ के दूसरे शाही स्नान महापर्व, मौनी अमावस्या के मौके पर संगम में जनसमुद्र उमड़ पड़ा। 4 फरवरी सोमवार को माघ मास को यह अमावस्या पड़ी है। इसी दिन कुंभ के पहले तीर्थंकर ऋषभ देव ने अपनी लंबी तपस्या का मौन व्रत तोड़ा था और संगम के पवित्र जल में स्नान किया था। ऐसा माना जाता है कि मौनी अमावस्या का दिन बहुत पवित्र होता है। इस दिन मौन व्रत रखा जाता है।
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अर्ध कुंभ मेले में लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ती है। मौनी अमावस्या के दिन स्नान के लिए कुंभ में लाखों की तादाद में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते हैं। यहां के सभी स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिलती है।
कुंभ मेला प्रशासन के मुताबिक सोमवार सुबह आठ बजे तक 1.81 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई । विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और धार्मिक प्रयागराज कुंभ में आज मौनी अमावस्या पर संगम में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं में ज़बरदस्त जोश के साथ-साथ आस्था भी देखने को मिल रही है।
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श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने भी विशेष इंतजाम किए हैं। पुलिस की ओर से भी सुरक्षा के कडे़ इंतजाम किए गए हैं। इस शाही स्नान में विदेशी श्रद्धालु भी उत्साह और उमंग के साथ भाग ले रहे हैं। उन्हें इस कुंभ में स्नान करने के साथ-साथ भारत दर्शन और आस्था दर्शन का लुत्फ उठाने का मौका भी मिल रहा है ।