कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान ने यूएनएससी (UNSC) में रिपोर्ट की लेकिन यूएनएससी ने सख्ती बरतते हुए कहा कि कश्मीर मुद्दा भारत के पक्ष में होना चाहिए। आपको बता दें कि यूएनएससी के अंतर्गत 15 देश आते हैं जिसमें 2 प्रकार के सदस्य होते हैं, एक अस्थाई सदस्य और दूसरा अस्थाई सदस्य।
स्थाई सदस्यों का कार्यकाल हमेशा बना रहता है तो वही और अस्थाई सदस्य दो साल की अवधि के लिए चुने जाते है। स्थाई सदस्य के अंतर्गत अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और चीन आते हैं। अगर चीन को छोड़ दिया जाए तो बाकी के सभी देशों ने भारत के पक्ष में अपना बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान इस मसले पर ज्यादा गंभीरता ना ले। तो वहीं चीन पाकिस्तान का करीबी माना जाता है, जिसने कश्मीर के मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। अगर चीन पाकिस्तान का साथ भी देता है तो यह उनका राजनैतिक मसला होगा।
अगर बात करें अस्थाई सदस्य की तो सभी ने पाकिस्तान को नकारते हुए इससे द्विपक्षीय वार्ता करने को लेकर कहां है। सभी देशों का मानना है कि कश्मीर मसला भारत और पाकिस्तान के द्विपक्षीय वार्ता से ही संपन्न हो सकता है इसको लेकर यूएनएससी के साथ बैठक करना बे-बुनियादी है।
Written by- Rupak J