Written By : Amisha Gupta
देश के 10 राज्यों की 31 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में तीन बजे तक 51.65 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है।
इन उपचुनावों में कई राज्यों में क्षेत्रीय दलों और राष्ट्रीय पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। इन सीटों के नतीजों का असर आगामी 2024 के लोकसभा चुनावों पर भी पड़ सकता है, इसलिए राजनीतिक दलों ने इसे महत्वपूर्ण मानते हुए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर भी मतदान हो रहा है, जहां पर कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। वायनाड से कांग्रेस नेता राहुल गांधी सांसद थे, और उनकी गैरमौजूदगी में यह सीट खाली हो गई थी। इस उपचुनाव में कांग्रेस अपनी सीट बचाने की पूरी कोशिश में है, जबकि भाजपा और वाम दल भी उसे कड़ी टक्कर दे रहे हैं। वायनाड में मतदान केंद्रों पर लोगों का उत्साह देखने को मिला, और बड़ी संख्या में मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर रहे हैं।
तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में भी उपचुनाव में मतदान प्रक्रिया जारी है।
तेलंगाना में भाजपा, कांग्रेस, और बीआरएस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है, जो राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। इसी तरह उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है, और नतीजे इन राज्यों में सत्ता के समीकरणों को नई दिशा दे सकते हैं।
मतदान के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। संवेदनशील और अति-संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, ताकि मतदान प्रक्रिया में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो।देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे इस उपचुनाव के नतीजे यह संकेत देंगे कि मतदाताओं का रुझान किस ओर है, जिससे आगामी चुनावों की तैयारी कर रही पार्टियों को अहम संकेत मिल सकते हैं।