युवराज सिंह मुंबई के साउथ होटल में प्रेस कांफ्रेंस कर इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत के बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ियों में शुमार भारत के बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज सिंह ने सन्यास की घोषणा कर दी। उस दौरान वो भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि हमने चुनौतियों से कभी हार नहीं माना चाहे क्रिकेट के मैदान हो या फिर कैंसर जैसी बीमारी। युवराज ने आगे कहा कि ‘बचपन से मैंने अपने पिता का देश के लिए खेलने का सपना पूरा करने की कोशिश की’ जबकि मम्मी मेरी ताकत रही जिसके वजह से ही संभव हो पाया है। संन्यास को लेकर कहा कि इस बारे में बहुत दिनों से सोच रहे थे। अब उनका प्लान आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त टी-20 टूर्नामेंट्स में खेलने का है।
कुल मैच खेले :-
चंडीगढ़ में साल 1981 में जन्में युवराज ने भारत के लिए टेस्ट वनडे और टी-20 मैच खेले। युवराज ने 40 टेस्ट में तीन शतक और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1900 रन बनाए जबकि 304 वनडे में उन्होंने 14 शतकों और 52 अर्धशतकों की मदद से 8701 रन बनाये। इसी तरह से 58 टी-20 मैचों में युवराज ने आठ अर्धशतक की मदद से कुल 1177 रन बनाए।
पहला मैच और अंतिम मैच :-
युवराज ने अपना पहला टेस्ट 2003 में खेला, जबकि आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के ही खिलाफ खेला था। तो वहीं पहला वनडे युवराज ने साल 2000 में खेला, जबकि आखिरी वनडे मैच 30 जून 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। 2007 में पहला टी-20 मैच खेला था और आखिरी टी-20 मैच 1 फरवरी 2017 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला।
आइए एक नजर डालते हैं युवराज सिंह के खास उपलब्धियों के ऊपर :-
सन 2007 भारत में पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीता। युवराज सिंह मैन ऑफ़ थे टूनामेंट रहे थे, जिसके बाद 2011 में भारत में वर्ल्ड कप खेला गया और टीम इंडिया ने 1983 के बाद दूसरी बार कप जितने में कामयाब हो सका। युवराज सिंह मैन ऑफ़ थे टूनामेंट रहे थे।
युवराज सिंह ने स्टुअर्ट ब्रॉड पर लगातार छह बॉल में छह छक्के जड़ दिए। युवराज सिंह के नाम टी-20 मैचों में सबसे फ़ास्ट अर्धशतक बनाने का एक अनूठा रिकॉर्ड दर्ज है।
लेकिन, इन दिनों खराब फॉर्म और फिटनेस के कारण वह भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे। उन्होंने बताया कि वे लीग खेलना जारी रखेंगे।