देश में कोरोना संक्रमण एक बार फिर फैलता दिख रहा है। भारत में अभी तक कोरोना केस की संख्या 94 लाख से ज्यादा हो चुकी है। इस बीच कोरोना की रोकथाम के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 1 दिसंबर से 31 दिसंबर तक के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। नई गाइडलाइन आज से ही प्रभावी होगी। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए दिशा-निर्देशों के मुताबिक, राज्यों को कड़ाई से कोविड कंट्रोल के लिए कदम उठाने होंगे। साथ ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इस बार सरकार का ज्यादा फोकस भीड़ को नियंत्रित करने का है।
सरकार की नई गाइडलाइन में कुछ चीजों को लेकर छूट भी दी गई हैं। और कई चीजों पर अभी भी पाबंदी बरकरार रखी गई है। गृह मंत्रालय ने राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों को सख्ती से कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए एसओपी जारी की है।
सरकार की नई गाइडलाइंस के मुताबिक, कंटेनमेंट जोन में सख्ती पहले की तरह ही बरकरार रहेगी। 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और 10 साल से कम उम्र के बच्चों को घर में रहने की सलाह दी गई है।
सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगाने के फैसले के लिए राज्य सरकारों को पूरी छूट दे दी है। अब राज्य सरकारों को फैसला करना होगा कि उन्हें अपने किस इलाके में कर्फ्यू लगाना है और किसमें नहीं। नाइट कर्फ्यू का वक्त भी अब राज्य सरकारें ही तय करे सकेंगी।
इसके अलावा कंटेनमेंट जोन में सिर्फ आवश्यक सेवाओं के लिए परमिशन होगी। साथ ही स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी होगी कि गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाए। हालांकि कंटेनमेंट जोन से बाहर किसी भी तरह का स्थानीय लॉकडाउन लागू करने के पहले राज्यों, केंद्रशासित प्रदेश की सरकारों को केंद्र से अनुमति लेना जरूरी होगा। गृह मंत्रालय की नई गाइडलाइंस में भी सिनेमा घरों, थियेटर्स, स्विमिंग पूल्स को लेकर पाबंदी अभी जारी हैं। सिनेमा हॉल अभी भी 50 फीसदी दर्शक क्षमता के साथ ही चलेंगे।
सरकार ने शादी में आने वाले मेहमानों की संख्या 200 रखी है। लेकिन दिशा-निर्देश में कहा गया है कि राज्य सरकारें अपने यहां कोरोना के मामलों को देखते हुए इस संख्या को 100 या उससे नीचे भी कर सकती हैं। दिल्ली सरकार ने शादी समारोह में आने वाले मेहमानों की संख्या 50 कर दी है। यूपी में ये संख्या 100 है।
इसके अलावा सर्विलांस का काम लगातार जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार के दिशा-निर्देश के मुताबिक, सर्विलांस टीम घर-घर जाकर निगरानी करेगी और कोरोना मरीजों के इलाज की सुविधाओं के साथ तत्काल आइसोलेशन सुनिश्चित किया जाएगा। वहीं, आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप को भी प्रमोट किया जाएगा।