दक्षिण कोरिया ने अपने सनकी तानाशाह के कारण, दुनिआ के कई ताकतवर देशों के साथ दुश्मनी ले ली ह। लेकिन अब ;उसे ाबनि सुरक्षा का दर सताने लगा है, और इस डर के कारण वो ताबड़तोड़ हथियार भी खरीद रहा है
दक्षिण कोरिया देश की रक्षा खरीद एजेंसी ने घोषणा की है कि उसने इजरायल के आयरन डोम के सामान आर्टिलरी इंटर्सेप्शन सिस्टम विकसित करने की योजना को मंजूरी दे दी है।
उसने कहा है कि हम अपने द्वारा इजराइल के आयरन डोम से भी उन्नत आयरन डोम विकसित करने जा रहे हैं| यह एक प्रकार का ऐसा सिस्टम है जिसमें अपने आप ही दुश्मन की मिसाइल को देखकर एक्टिव हो जाता है और उसमें भरे हुए सारे गोले बारूद निकल कर उसे खत्म कर देता है और उसे अपने तक पहुंचने ही नहीं देता अर्थात यह सिस्टम एक डिफेंस सिस्टम है जो अपनी तरफ आते हुए मिसाइल को 70 किलोमीटर की रेंज तक मार सकता है इसे इंटरसेप्टर सिस्टम कहते हैं यह आयरन रूम के अंदर उपस्थित होता है और जो 40 से 70 किलोमीटर की रेंज तक मार गिरा सकता है इसकी सही है 100 में से 90 90 मिसाइलों को यह मार गिराता है यानी कि 90 प्रतिशत होती है
दक्षिण कोरिया का कहना है कि हमने एक भी मिलिट्री जॉन पहले ही बना दिया है जहां कोई मिलिट्री नहीं होती और वहां अगर कोई मिसाइल आता है तो वह उस सिस्टम से मार गिराया जाता है। इससे पहले भी दक्षिण कोरिया ने एक कोरियन युद्ध को देखा है यह इतनी भयानक थी कि वैसे त्रासदी फिर नहीं दोहराना चाहते ।यह कोरियन युद्ध 1950 से 53 तक नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच हुआ था ।नॉर्थ कोरिया इतना हावी हो गया था कि साउथ कोरिया के अंदर तक पहुंच गया थाउस समय साउथ कोरिया को अमेरिका का समर्थन था और नॉर्थ कोरिया को यूएसएसआर का तब दोनों की यह स्थिति बन गई थी ।
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अमेरिका ने साउथ कोरिया को बचाया और नॉर्थ कोरिया को ऊपर धकेल करके दोनों को 38 डिग्री लाइन से बांट दिया । इस आधार पर दक्षिण कोरिया का कहना है कि 2035 तक वह इसे विकसित कर लेगा इस पर उसने 2.5 मिलियन खर्च करने की योजना बनाई है तब तक के सुरक्षा के लिए अमेरिका से इसने एक एंट्री सिस्टम थार खरीद कर अपने क्षेत्र में लगा चुका है।