News Desk
आज सुबह जम्मू-कश्मीर के लद्दाख में बर्फीले तूफान आते ही बर्फ का पहाड़ खिसकने से खारदूंगला दर्रे के पास कई वाहन दब गए। बर्फ में कुछ लोगों के भी दबे होने की आशंका है। सेना और पुलिस ने राहत और बचाव काम शुरू कर दिया है।
बताया जा रहा है कि बर्फीले तूफान में कम से कम 10 लोगों के होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, इस घटना की जानकारी मिलने ही भारतीय सेना की टीम घटनास्थल पर पहुंची और राहत व बचाव अभियान शुरू किया। मौसम में हो रहे बदलाव की वजह से सेना को राहत और बचाव कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि लद्दाख समेत पूरे जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फीले तूफान का तांडव जारी है। शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे लद्दाख के खारदुंगला में बीच सड़क पर बर्फ का पहाड़ गिर गया, जिसकी चपटे में कई पर्यटक आ गए। खारदुंगला दर्रे पर यह दुनिया की सबसे ऊंची सड़क है, जहां तापमान माइनस 15 से भी कम है। बर्फ में कई पर्यटकों के दबे होने की बात कही जा रही है। इसके अलावा बर्फीले तूफान में भी कई लोग फंसे हुए हैं, जिनको बचाने की कोशिश जारी है।
Jammu & Kashmir: 10 people trapped under snow after an avalanche occurred in Khardung La, Ladakh.operation underway. by ANI:- Search
इस हिमस्खलन की चपेट में आए पर्यटकों के बारे में अभी तक कुछ जानकारी नहीं मिल पाई है। वहीं, मौसम विभाग ने कश्मीर घाटी और हिमाचल प्रदेश में अगले दो दिन में जमकर बर्फबारी जारी रहने का पूर्वानुमान जताया है। सेना और पुलिस के जवान बर्फ में दबे लोगों को तलाश रहे हैं। इससे पहले 3 जनवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में हिमस्खलन में एक जवान शहीद हो गया था।
आपको बता दें कि कश्मीर घाटी में हिमस्खलन की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं। पिछले साल तंगधार, माछिल जैसे इलाकों में हिमस्खलन और बर्फीले तूफान ने कई लोगों की जान ले ली थी। हिमस्खलन और बर्फीले तूफान में जान गंवाने वालों मे भारतीय सेना के जवान भी शामिल हैं। सर्दी के महीनों में कश्मीर घाटी में तापमान -10 से लेकर -50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। यहां 40 दिनों तक चलने वाले भीषण ठंड के मौसम‘चिल्लई कलां’का दौर जारी है। यह 31 जनवरी तक चलेगा. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 22 जनवरी को मूसलाधार बारिश और भीषण बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है