पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि के मौके पर बीजेपी समर्पण दिवस मना रही है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने बीजेपी सांसदों और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया। अपने संवाद के दौरान पीएम मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के भारतीय राजनीति में योगदान को याद किया। साथ ही कहा कि हम उनके विचारों पर चलते हुए राष्ट्र प्रथम की नीति को लेकर काम कर रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा अनुभव है और आपने भी महसूस किया होगा कि हम जैसे जैसे दीनदयाल के बारे में सोचते हैं, बोलते हैं, सुनते हैं, उनके विचारों में हमें हर बार एक नवीनता का अनुभव होता है।
दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानव दर्शन का विचार आज भी प्रासंगिक है, जब भी मानवता के कल्याण की बात होगी, दीनदयाल का एकात्म मानव दर्शन प्रासंगिक रहेगा।
‘एक सबल राष्ट्र ही विश्व को योगदान दे सकता है.’ यही संकल्प आज आत्मनिर्भर भारत की मूल अवधारणा है। इसी आदर्श को लेकर देश आत्मनिर्भरता के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
कोरोनाकाल में देश ने अंत्योदय की भावना को आगे रखकर काम किया। अंतिम पायदान पर खड़े हर गरीब की चिंता भी की गई। ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र से देश इसी विजन को पूरा करने का काम कर रहा है।
देश को एक नई और भव्य पहचान मिल रही है। आज जब देश में इतने सकारात्मक बदलाव हो रहे हैं, पूरी दुनिया में भारत का कद बढ़ रहा है, तो कौन ऐसा भारतीय होगा जिसका सीना गर्व से चौड़ा नहीं होगा।
हमारी विचारधारा देशभक्ति के साथ ही शुरू होती है। हम राष्ट्र प्रथम की नीति के साथ आगे बढ़ते हैं। हमें राजनीति का पाठ, राष्ट्र नीति की भाषा में पढ़ाया जाता है।
हमारी पार्टी में वंशवाद को नहीं कार्यकर्ता को महत्व मिलता है। हमारी पार्टी, हमारी सरकार आज महात्मा गांधी के उन सिद्धांतों पर चल रही है जो हमें प्रेम और करुणा के पाठ पढ़ाते हैं।
हमारी ही सरकार है जिसने नेताजी को वो सम्मान दिया जिसके वो हकदार थे, उनसे जुड़ी हुई फाइल्स को खोला। सरदार पटेल की दुनिया में सबसे बड़ी प्रतिमा बनवाकर श्रद्धांजलि दी।
आत्मनिर्भर भारत को लेकर आज पूरे देश में एक चेतना जागी है। आज देश एक-एक कदम के साथ मजबूती से अपने लक्ष्यों की तरफ बढ़ रहा है।