एनटीए की तरफ से जेईईमेन और नीट के विद्यार्थियों के लिए एक बड़ी खबर।
NTA ने जेईई मेन JEE main और नीट NEET के परीक्षाओं को लेकर किए कुछ बदलाव। 2020 तक चलने वाले कुछ नियमों और प्रावधानों को बदल दिया गया है।
पुराने नियम के मुताबिक अगर किसी दो बच्चे का स्कोर सेम होता है तो प्राथमिकता केवल उसी को दी जाती जिसकी उम्र ज्यादा हो। लेकिन 2021 में इसको लेकर कुछ बदलाव किए गए हैं अब ऐसा नहीं होगा कि केवल ज्यादा उम्र वाले अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
अब एनडीए ताई ब्रेकिंग नीति का उपयोग करेगी जिसके तहत किसी भी दो बच्चे को एक जैसा रैंक नहीं दिया जाएगा।
वर्ष 2020 में, जेईई मेन (JEE Main) इंजीनियरिंग पेपर के लिए जो नीति अपनाई गई थी वह टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी थी, जिसमें की गणित में अधिक स्कोर वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी गई थी, इसके बाद फिजिक्स और केमिस्ट्री को। अगर फिर भी टाई बनी रहती है, तो कम नकारात्मक प्रतिक्रियाओं वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके बाद आयु में बड़े उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
वर्ष 2021 नीट परीक्षा नए पैटर्न पर आधारित होगी। मेडिकल उम्मीदवारों के पास परीक्षा में आंतरिक विकल्प होंगे। इसके अलावा छात्रों के पास अपनी पसंद की भाषा में परीक्षा देने का ऑप्शन भी होगा। जानकारी के मुताबिक भारत में पहली बार नीट परीक्षा 13 भाषाओं में आयोजित की जाएगी।
यह परीक्षा अंग्रेजी, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, मलयालम, कन्नड़, मराठी, ओडिया, तमिल, तेलुगु, उर्दू, पंजाबी सहित 13 भाषाओं में आयोजित होगी। फॉर्म भरते समय छात्रों को अपनी पसंद की भाषा भी चुननी होगी।
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