आपको बता दें कि दुनिया में इतनी तरह की बीमारियां हैं कि कई बार लोगों को बीमारी के दर्द से नहीं, उस बीमारी की वजह से बनने वाले शीरीरिक लक्षण जीने नहीं देते हैं।
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में पेनिस जैसी हो गई एक शख्स की नाक, शर्मिंदगी से बचने के लिए उठाया ये कदम
ऐसा ही कुछ अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में देखने को मिला जहां एक अजीब बीमारी की वजह से एक शख्स की नाक मर्दों के प्राइवेट पार्ट की तरफ निकल गई, जिसके चलते उसका जीना मुहाल हो गया था।
पेनिस जैसा हो गया नाक
लोगों को जब कोरोना वायरस से जिंदगी बचाने के लिए मास्क पहनना पड़ा, तो हर इंसान परेशान हो गया था लेकिन अमेरिका के न्यूयॉर्क का रहने वाला कॉनराडो एस्ट्राडा काफी खुश हो गया था क्योंकि मास्क पहनने की वजह से वो कई सालों के बाद काफी आसानी से घर से बाहर निकल पा रहे थे
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क्योंकि लोग उनकी नाक का मजाक नहीं उड़ा रहे थे। 57 वर्षीय कॉनराडो एस्ट्राडा अपनी लिंग जैसी नाक से बेहद परेशान हो चुके थे और घर से बाहर निकलना उनका मुश्किल हो चुका था।
नाक की वजह से हुआ दर्द
कॉनराडो एस्ट्राडा के मुताबिक उनकी नाक इतनी बाहर निकल जाती थी, कि खाना और सांस लेना काफी मुश्किल बन चुका था। अंत में तंग आकर उन्होंने लिंग जैसे बन चुके नाक से पीछा छुड़ावे की कोशिश की और उन्होंने कपड़े से अपनी नाक को ढंककर रखना शुरू कर दिया,
लेकिन ये काफी मुश्किल होता था। क्योंकि ऐसा करने से एक तो कॉनराडो एस्ट्राडा को सांस लेने में दिक्कत होती थी और लोग उनका काफी मजाक बनाते थे यहां तक की घर से बाहर निकलने में उन्हें शर्मिंदगी महसूस होती थी।
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नाक हटाना ही आखिरी विकल्प
कॉनराडो एस्ट्राडा के पास नाक का ऑपरेशन करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था लेकिन फिर उन्होंने अपनी नाक का ऑपरेशन भी करवाया, कॉनराडो एस्ट्राडा के पैरों तले जमीन उस वक्त खिसक गई, जब एक बार फिर से उनका नाक लिंग की तरह ही बढ़ने लगा।
जिसके बाद कॉनराडो एस्ट्राडा ने अपनी नाक की समस्या से पीछा छड़ाने के लिए नाक को स्थायी तौर पर हटवाने का फैसला लिया जिसके लिए उन्होंने प्लास्टिक सर्जरी का विकल्प चुना।
मुश्किल हो गया था समाज में रहना
कॉनराडो एस्ट्राडा ने बताया कि, उनका समाज के अंदर रहना काफी मुश्किल हो गया था। पेशे से पेंटर कॉनराडो एस्ट्राडा ने बताया कि, ”मैं कहीं से भी गुजरता था, तो अपने ऊपर लोगों को हंसते हुए देखता था, लोग काफी गौर से मेरा चेहरा देखते और हंसते थे इसके साथ ही कॉनराडो एस्ट्राडा ने कहा कि, सिर्फ शर्मिंदगी ही नहीं, बल्कि रोजमर्रा के कामों में भी इस तरह के नाक से दिक्कत होती थी।
खासकर बोलते वक्त उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था और चम्मच से खाते वक्त चम्मच उनकी नाक से टकरा जाता था।
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सर्जरी ही एकमात्र विकल्प
डॉक्टर थॉमस रोमो के मुताबिक, Rhinophyma नाम की बीमारी का कोई और इलाज नहीं है डॉक्टर ने कहा इसका एकमंत्र इलाज ऑपरेशन ही है। जिसकी वजह से कई बार उनकी नाक फैल जाती थी या फिर काफी आगे निकल जाती थी डॉक्टर ने बताया यदि नाक फिर से अजीब हो जाएगा, तो फिर से नाक का ऑपरेशन करना पड़ेगा, क्योंकि, इसका कोई स्थाई इलाज नहीं है।
कॉनराडो एस्ट्राडा के नाक का ऑपरेशन हुए 4 हफ्ते बीत चुके हैं और अभी तक उनकी नाक में बदलाव नहीं आया है और वो भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं, कि उनके नाक में और बदलाव नहीं आए।