प्रियंका गांधी पर कविता चुराने का लगा आरोप,कविता लिखने वाले ने कहा- घटिया राजनीति के लिए मेरी कविता नहीं
My poetry is not for poor politics – PushyaMitr, the Poet “उठो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद न आयेंगे!”
इससे पहले चित्रकूट में प्रियंका गाँधी ने महिलाओं से संवाद के दौरान कवि पुष्यमित्र की कविता “उठो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद न आयेंगे!” पढ़ी थी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर उठो द्रौपदी शस्त्र संभालो कविता चुराने का आरोप लगा है।बता दें कि उत्तर प्रदेश में आगमी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी 17 नवंबर को चित्रकूट पहुँची थी।इस दौरान उन्होंने चित्रकूट में मंदाकिनी नदी किनारे रामघाट पर महिलाओं से संवाद किया।संवाद करते हुए उन्होंने कहा ‘उठो द्रौपदी शस्त्र संभालो’ काव्य की पंक्तियां पढ़ीं थी, लेकिन इस कविता को लिखने वाले कवि पुष्यमित्र ने प्रियंका पर कविता चोरी करने का आरोप लगाया है।
पुष्यमित्र ने कहा आपकी घटिया राजनीति के लिए मैंने कविता नहीं लिखी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट कर प्रियंका गांधी का वीडियो शेयर किया था।इसी पोस्ट के बाद पुष्यमित्र ने उस पोस्ट को री-ट्वीट किया जिसमे पुष्पमित्र ने लिखा कि ‘प्रियंकाजी ये कविता मैंने देश की स्त्रियों के लिए लिखी थी न कि आपकी घटिया राजनीति के लिए। न तो मैं आपकी विचारधारा का समर्थन करता हूं और न आपको ये अनुमति देता हूं कि आप मेरी साहित्यिक संपत्ति का राजनीतिक उपयोग करें। कविता भी चोरी कर लेने वालों से देश क्या उम्मीद रखेगा?’इसके अलावा पुष्यमित्र ने कहा कि ‘2012 में निर्भया प्रकरण पर लिखी गई कविता का संदेश और आह्वान आपकी राजनीतिक कुंठाओं से अलग और व्यापक है। राजनीतिक संस्थानों से अनुरोध है कि कविता का प्रयोग क्षुद्र राजनीतिक आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए कर के इसके मर्म को दूषित न करें।’
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मंदाकिनी नदी के रामघाट पर महिलाओं से प्रियंका ने किया था संवाद
चित्रकूट में मत्स्यगजेन्द्रनाथ मंदिर में पूजा पाठ कर मंदाकिनी नदी के रामघाट पर प्रियंका ने बुधवार को महिलाओं से संवाद किया था।इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘राजनीति में आजकल बहुत क्रूरता और हिंसा है।लखीमपुर में मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल दिया। सरकार ने अत्याचारी की मदद की।आशा बहनों को प्रशासन ने अपनी मांगों को उठाने पर बुरी तरह पीटा।’इसके आलावा प्रियंका गाँधी ने कहा, ‘जब आपका शोषण किया जा रहा है और आप पर अत्याचार किया जा रहा है, आपको पीटने वालों से अपना हक मांगेंगे तो वो हक कभी नहीं मिलेगा। अपने हक के लिए लड़ना पड़ेगा। जो सरकार आपके लिए कुछ कर ही नहीं रही है तो उसे आगे क्यों बढ़ाना?’ इसी संवाद के दौरान प्रियंका ने कवि पुष्यमित्र की कविता का इस्तेमाल अपने भाषण में किया था।
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