भाजपा सांसद वरुण गांधी ने शिक्षक पात्रता परीक्षा के रद्द होने पर छात्रों के हित में आवाज उठाई है।
प्रदेश में शिक्षा माफियाओं का बड़ा जाल है।वे बड़े और रसूखदार लोग हैं। इस मामले में छोटे-छोटे लोगों को गिरफ्तार करने की बजाय शिक्षा संस्थाओं के माफियाओं पर कार्रवाई की जानी चाहिए जो इस शर्मनाक खेल के असली खिलाड़ी हैं।
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अब तक की कार्रवाही
आपको बता दें कि परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
वहीँ किसानों के बाद छात्रों के हित में मैदान में उतरते हुए वरुण गांधी ने सोमवार को ट्वीट के जरिये कहा कि इतनी महत्वपूर्ण परीक्षा में पेपर का लीक होना प्रदेश के लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।इ
सके साथ ही 29 लोगों की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा है कि इस मामले में छोटी-छोटी मछलियों पर कार्रवाई कर मामला खत्म नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि मामले के असली बड़े खिलाड़ियों को पकड़ा जाना चाहिए जो इस तरह की हरकतों को अंजाम देते हैं।
वे बड़े राजनीतिक रसूखदार संबंध रखने वाले लोग हैं।इसके आलावा वरुण गांधी ने कहा है कि इन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।
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रासुका के अंतर्गत हो सकेगी गिरफ़्तारी
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई है।
इस परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने से पहले ही लीक हो गया था और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।इस मामले में अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया था कि टीईटी की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने की वजह से परीक्षा रद्द कर दी गई है।
परीक्षा का आयोजन एक माह के अंदरकराए जाने की कड़े निर्देश हैं।
इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिस तरह से अन्य माफियाओं को खत्म किया गया है उसी तरह नकल माफियाओं को खत्म करने का अभियान चलाया जाएगा।
इसके आलावा उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंपी गई है।इसमें परीक्षा नियामक आयोग या संबंधित एजेंसी की गड़बड़ी रही है तो उसे भी नहीं बख्शा जाएगा और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।