सेंट्रल डेस्क, साहुल पाण्डेय: 2001 में जैश—ए—मोहम्म्द आतंकी संगठन की ओर से रिक्रुट किगए गए काश्मीर के अफजल गुरु ने देश की संसद पर हमला किया था। इस दौरान कई नेताओं समेंत लोगों की मौत हो गई थी। उसी अफजल गुरु के नाम पर हाल ही में पुजवामा अटेक हुआ। इस हमले में शामिल आतंकी डार ने अफजल गुरु का नाम लेकर ही इस घटना को अंजाम दिया ऐसा उसके वीडियो से पता चलता है जो उसने इस आत्मघाती हमले से पहले बनाई थी। लेकिन कहते है न कि अंधेरे में ही रौशनी का पता चलता है। कुछ ऐसा ही अफजल गुरु के घर में हुआ है। आतंकी अफलज का एक बेटा है जो अलगावाद का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में अपनी जिन्दगी को जी रहा है।
अफजल गुरु के बेटे गालिब का एक वीडियो हाल ही में मीडिया में सामने आया है। गालिब भारत सरकार से भारतीय पासपोर्ट की मांग कर रहे है। गालिब का कहना है कि वे भारतीय पासपोर्ट के सहारे तुर्की के किसी मेंडिकल कॉलेज में पढ़ाई करना चाहते है। वहां उन्हें स्कॉलरशिप भी मिल रही है। मीडिया से बात करते हुए गालिब बताते हैं कि उन्होंने इस साल होनेवाले नीट परीक्षा 2019 के लिए भी अप्लाइ किया है। अगर वे इसमें क्वालिफाई कर जाते है तो वे भारत में ही रहकर पढ़ाई करेंगे। लेकिन अगर वे क्वालिफाई नहीं कर सके तो वो तुर्की में जाकर मेडिकल की पढ़ाई करना चाहता है।
https://youtu.be/knl65qle-YQ
वहीं एक मीडिया ग्रुप से बात करते हुए गालिब ने अपना भारतीय अधार कार्ड दिखाते हुए कहा कि उन्हें अपने अधार कार्ड पाकर खुशी है और वे अब पासपोर्ट के चाहते है ताकी वे पढ़ाई कर सके। गालिब ने बताया कि उनकी मां ने उनका बड़ा साथ दिया। उसी के कारण वो मुख्यधारा से जुड़ सके और अपने करियर को एक अलग मुकाम देने में लगे है।
आपको बता दें कि अफजल गुरु ने सन 2001 में भारतीय संसद भवन में बम फेंका था। इस आतंकवादी हमले में कई लोगों की जाने चली गई थी। वहीं अफजल गुरु को इस दौरान जिन्दा पकड़ लिया गया था। जिसे बाद में फांसी दे दी गई।